संस्कारो से ही सिध्द होती है विद्या हर्षा मनोज अग्रवाल
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
स्वर्गीय मनोज अग्रवाल शिक्षक की स्मृति मे उनकी धर्म पत्नी हर्षा अग्रवाल ने एकीकृत मा. शा. मर्दवानी वि.ख. घोडाडोगंरी मे किया पठन पाठन सामग्री का वितरण। स्व . मनोज अग्रवाल शिक्षक के जीवन की सेवाओ की यह अन्तिम शाला थी । इस अवसर पर श्रीमती हर्षा अग्रवाल ने बच्चो को विशेष रूप से मोबाइल से दूर रहने की समझाइश दी साथ ही संस्कारो मे माता पिता तथा गुरू के सम्मान से विद्या कैसे सिध्द होती है बताया छात्राओ को अपने बचपन मे कन्या तथा देवी के रूप मे पूजे जाने पर बड़े होकर इस गरिमा को बनाये रखने की भी बात का महत्व समझाया।
श्रीमती अग्रवाल द्वारा उपस्थित लगभग 80 नन्हे बच्चो को बुनियादी पहाड़ा ( दशमलव एवं मीट्रिक पध्दतियो सहित ) की पुस्तक एक एक नोटबुक तथा पेन व बिस्कुट पेकेट दिये इस प्रकार सामग्री को प्राप्त करके बच्चे खुश हो गये।
एवं सहज कह उठे हम प्रतिदिन शाला आयेगे। शाला के प्रधान पाठक द्वारा बुनियादी पहाड़ा पुस्तक का महत्व भी बहुत ही अच्छे से बच्चो को बताया तथा मनोज अग्रवाल जी के परिवार का आभार व्यक्त किया इस मौके पर शाला के स्टाप से पी डी चीलाठे, डी के अतुलकर, डी के राठौर, लक्ष्मी कवडे, चेतना मालवीय एवं ग्रामीण लोग उपस्थित रहे।