श्रम विभाग का जांच दल पहुंचा सतपुड़ा प्लांट, देर शाम तक चलती रही कार्रवाई
ब्यूरो रिपोर्ट
1–प्लांट के सीएचपी मैं कार्यरत लोकनाथ कंपनी एवं ईएसपी मैं कार्यरत क्रांति कंपनी में काम करने वाले श्रमिकों ने दिए बयान
सतपुड़ा प्लांट कोल हैंडलिंग सिस्टम में ऑपरेशन मेंटेनेंस का काम करने वाली लोकनाथ कंपनी में पिछले लगभग 3 वर्षों से कंपनी द्वारा ठेका श्रमिकों के शोषण किया जा रहा था जिसको लेकर ठेका श्रमिकों एवं श्रम संगठन ने भी ज्ञापन एवं आवेदन निवेदन किए और इसी प्रकार ऐस हैंडलिंग सिस्टम में ऑपरेशन मेंटेनेंस का काम करने वाली कोलकाता की क्रांति कंपनी में भी शोषण का मामला पिछले कई समय से चल रहा था इस विषय को भी श्रम संगठनों द्वारा गंभीरता पूर्वक उठाया गया
भारतीय मजदूर ठेका श्रमिक संघ द्वारा कुछ समय पूर्व ही मैनेजिंग डायरेक्टर के नाम मुख्य अभियंता को ज्ञापन सौंपा गया जिसमें श्रमिकों को उनकी कैटेगरी के अनुरूप वेतनमान दिए जाने की मांग प्रमुख रही और इसी विषय को लेकर संघ द्वारा जिला अपर कलेक्टर को भी ज्ञापन सोपा गया जिसमें अपर कलेक्टर द्वारा इस विषय को गंभीरता से लेकर श्रम विभाग का जाच दल गठित किया गया
श्रम विभाग के जांच दल के अधिकारी दोपहर 3:00 बजे सतपुडा प्लांट पहुंचे इसके बाद उन्होंने कोल हैंडलिंग प्लांट जाकर ठेका श्रमिकों का हाल जाना जिसमें अधिकतर ऑपरेटरों ने कहां की हम यहां पिछले 6/7 वर्षों से अधिक समय से कार्यरत हैं पहले हमारा वेतनमान ज्यादा था और अब कम है हम लोग प्लांट ऑपरेट करते हैं और कुशल श्रेणी में आते हैं मगर हमें अर्ध कुशल का वेतनमान दिया जाता है जांच स्थल पर कंपनी द्वारा बाहरी श्रमिकों के भी बयान करवाए गए जिनका वेतनमान ज्यादा है जैसे बाहर के स्किल्ड ठेका श्रमिक को वेतनमान 25000 दिया जाता है और स्थानीय ठेका श्रमिक को उनसे कम वेतनमान लगभग ₹12000 प्रतिमाह दिया जाता है
बाद में जांच दल ऐस हैंडलिंग प्लांट पहुंचा जहां देर शाम तक क्रांति कंपनी में काम करने वाले ठेका श्रमिकों के बयान लिए गए जहां कुछ ठेका श्रमिकों ने कहां की हमें खुद नहीं पता कि हमारी कैटेगरी क्या है ऑपरेटरों ने कहा हम स्किल्ड कैटेगरी में आते हैं मगर हमे सेमी स्किल्ड का ही वेतनमान दिया जाता है जबकि पहले हमें स्किल्ड कैटेगरी में रखा गया था एवं फिटर कैटेगरी के श्रमिकों ने कहा हमारा वेतनमान हेल्पर के बराबर है और हमसे ओवर टाइम भी कराया जाता है मगर उसका वेतनमान देने की बजाय जबरन छुट्टियां दी जाती है यहां कंपनी द्वारा नोडूस का नोटिस भी गलत तरह से लगाए जाने का विषय भी सामने आया
इनका है कहना
हमारे द्वारा सतपुड़ा प्लांट मैं कार्यरत लोकनाथ कंपनी एवं क्रांति कंपनी के कार्यस्थल पर जाकर ठेका श्रमिकों के बयान लिए गए जिसमें कंपनी द्वारा श्रमिकों के वेतनमान में गड़बड़ियां पाई गई है जिस पर श्रम विभाग द्वारा दोनों कंपनियों को नोटिस देकर जवाब मांगा जाएगा उचित जवाब नहीं देने पर ठोस कार्रवाई की जाएगी
अक्षय बानिया
प्रभारी जिला श्रम अधिकारी
जिला बैतूल