हाथरस सत्संग भगदड़ में SDM-CO सहित 6 अफसर सस्पेंड; SIT रिपोर्ट मिलते ही सीएम योगी का बड़ा एक्शन
पिंटू तोमर
आगराः हाथरस के सिकंदराराऊ में नारायण साकार हरि उर्फ भोले बाबा के सत्संग में भगदड़ से 123 अनुयायियों की मौत के मामले में स्पेशल इन्वेस्टीगेशन टीम (एसआईटी) ने अपनी रिपोर्ट शासन को भेज दी है. एसआईटी ने पांच दिन की गहन जांच के बाद सोमवार को रिपोर्ट भेजी है. इसमें दुर्घटना से जुड़े सभी पक्षों के बयान दर्ज करने के साथ ही घटनास्थल व अन्य स्थान से साक्ष्य संकलित किए गए हैं.
एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट में सभी संभावित सवालों के जवाब तलाशते हुए दोषियों को भी रिपोर्ट में बेपर्दा किया है. शासन को रिपोर्ट भेजी जाने की पुष्टि एसआईटी की अध्यक्ष एडीजी अनुपम कुलश्रेष्ठ ने की है. रिपोर्ट मिलने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने बड़ी कार्रवाई करते हुए एसडीम और सीओ सहित 6 अधिकारियों को निलंबित कर दिया है.जिन अफसरों के खिलाफ कार्रवाई हुई है, उनमें रावेंद्र कुमार उपजिलाधिकारी सिकंदराराऊ, आंनद कुमार सीओ सिकंदराराऊ, सुशील कुमार तहसीलदार सिकंदराराऊ, आशीष कुमार प्रभारी निरीक्षक थाना सिकंदराराऊ, कचौरा चौकी प्रभारी मनवीर सिंह शामिल हैं. एसआईटी ने मुख्य आयोजकों व स्थानीय अफसरों को मुख्य रूप से जिम्मेदार माना है.
रिपोर्ट में कहा गया है कि हाथरस के सिकन्दराराऊ में 02 जुलाई को सत्संग के दौरान घटित दुर्घटना के तत्काल बाद गठित एडीजी जोन आगरा और मंडलायुक्त अलीगढ़ की एसआईटी ने 02, 03 और 05 जुलाई को घटनास्थल का निरीक्षण किया था. जांच के दौरान कुल 125 लोगों के बयान लिए गए, जिसमें प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ आम जनता एवं प्रत्यक्षदर्शियों के बयान भी लिए गए. इसके अलावा, घटना के संबंध में स्थलीय विडियोग्राफी, छायाचित्र, विडियो क्लिपिंग का संज्ञान भी लिया गया.
सीएम योगी ने गठित की थी एसआईटी: बता दें कि, सीएम योगी ने दुर्घटना के दूसरे दिन ही एसआईटी गठित की थी. एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ की अध्यक्षता में एसआईटी बनाई थी. जिसमें उनके साथ अलीगढ़ की मंडलायुक्त चैत्रा वी. भी शामिल की थीं. दोनों वरिष्ठ महिला अधिकारियों हादसे के बाद से ही हाथरस में कैंप किया था.
शासन को भेजी गई रिपोर्ट: एसआईटी अधिकारियों ने सोमवार शाम अपनी जांच रिपोर्ट तैयार करके शासन को भेज दी. इसमें सत्संग में भगदड़ मचने से 123 अनुयायियों की मौत के दौषियों को भी बेपर्दा किया गया है. एसआईटी की रिपोर्ट करीब 300 से अधिक पेज की बताई जा रही है. जिसे एसआईटी ने स्पाइरल बाइंडिंग कराने के बाद भेजा है. इस बारे में एसआईटी की अध्यक्ष व एडीजी आगरा जोन अनुपम कुलश्रेष्ठ ने बताया कि, एसआईटी की शासन को भेजी गई रिपोर्ट में हाथरस हादसे से जुड़े सभी पक्षों के लोगों के बयान दर्ज किए गए हैं. सभी पक्षों के बयान और साक्ष्यों का गहन परीक्षण करने के बाद रिपोर्ट तैयार करके मुख्यालय को भेजी गई है. यह रिपोर्ट गोपनीय है. जिसमें रिपोर्ट में क्या है? इस बारे में मुख्यालय स्तर से ही जानकारी दी जाएगी.