सांईखेड़ा पुलिस पानी चोरी के मामले को दबा रही :- ग्रामीणों का आरोप
दिनु पवार
सांईखेड़ा:- सांईखेड़ा पुलिस चाहती ही नहीं कि पानी चोरो पर कार्यवाही हो लाखों रुपए का पानी शुगर मिल वालों को बचने के बाद भी कार्यवाही के नाम पर पुलिस जांच को दबाने में क्यों लगी है पानी चोरी के मामले में विभागीय अधिकारियो द्वारा जांच कर सांईखेड़ा पुलिस को एफआईआर के लिए आवेदन दिया था आवेदन देने को सप्ताह भर का समय होने को है लेकिन सांईखेड़ा थाना प्रभारी का एक ही रटा रटाया जवाब सामने आ रहा है कि जांच कर रहे हैं। जब एक पानी कि चोरी के मामले में इतना समय लग रहा है तो इसी बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि अन्य मामलों में क्या होता होगा यह बेहद सोचनीय विषय है इधर जल संसाधन विभाग के एस डीओ मरकाम ने कहा कि हमने थाने में आवेदन दे दिया था, पुलिस को जांच कर एफ आई आर करनी चाहिए थी जबकि सांईखेड़ा पुलिस का कहना है कि आवेदन मिला है अभी जांच चल रही है।सांईखेड़ा पुलिस जलाशय से पानी चोरी कर मिल को बेचने वाले किसान, कब्रिस्तान में लगे हैंडपंप को उखाड़ फेंकने वाले अज्ञात व्यक्ति कि पहचान कर व बिना शासन कि अनुमति के रिबोर करने वाली बोरिंग मशीन क्रमांक MP 37 GA 0946 मशीन से रिबोर किया गया इन सब पर मामला दर्ज कर इनके ख़िलाफ़ उचित कार्यवाही करने के बजाय मामले को दबाने में जोर दिया जा रहा है गांव में चर्चा हो रही है कि आखिर पुलिस भी किसी बड़े नेता के कहने पर पानी कि चोरी के मामले में इन सब आरोपियों पर कार्यवाही नहीं कर रही है जबकि सांईखेड़ा के युवाओं ने व ग्राम पंचायत ने थाना प्रभारी से मामले कि जांच कर इन सब के ख़िलाफ़ कार्यवाही करने की मांग की थी।