जल, पर्यावरण और शिक्षा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने पर नागर हुए सम्मानित
भारती भुमरकर
- बैतूल जिले के सोना घाटी को हरा भरा करने में रहा है विशेष योगदान
- नागर द्वारा आओ जल की खेती करें जैसे अभियान बैतूल सहित आसपास के जिलों में भी चलाएं गए
सेवा के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करने के लिए देश की राजधानी दिल्ली में एन डी आर ई भवन में 19 जनवरी को भाऊराव देवरस सम्मान समारोह आयोजित हुआ
जिसमें बैतूल जिले के जल प्रहरी, समाजसेवी मोहन नागर को सम्मानित किया गया कार्यक्रम में विशेष रूप से स्वयंसेवक संघ के अखिल भारतीय प्रचारक प्रमुख स्वात रंजन एवं ओलंपिक खेलों में दिव्यांगों के कोच रहे वीरेंद्र सिंह रावत के अलावा भारत सरकार के जनजाति कार्य मंत्री दुर्गा दास उईके भी उपस्थित रहे
कार्यक्रम का शुभारंभ भारत माता के समक्ष दीप प्रचलित कर एवं पूज्य भाऊराव देवरस जी की प्रतिमा पर माल्याअर्पण कर किया गया उक्त सभागार में देश में सेवा के क्षेत्र में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले विशेष आमंत्रित सदस्यों के अलावा पूरे देश में साहित्यिक, पर्यावरण, जल संरक्षण, शिक्षा और चिकित्सा के क्षेत्र में विशेष कार्यकर अपनी पहचान बनाने वाले लगभग 300 विशेष महानुभावों को आमंत्रित किया गया
भाऊराव देवरस स्मृति के 30वा सम्मान समारोह में भारत के केंद्र बिंदु बैतूल जिले के पर्यावरणविद्, जल पुरुष, जल प्रहरी, शिक्षाविद,विचारक, मोहन नगर के सम्मानित होने पर जिले में खुशी की लहर है
भाऊराव देवरस स्मृति सम्मान समारोह के दौरान चयन समिति के पदाधिकारी,मंचासीन श्याम बागड़ी एवं ओमप्रकाश गोयल द्वारा समाजसेवी मोहन नागर को साल श्रीफल एवं स्मृति चिन्ह के अलावा 2 लाख 51 हजार रुपए की राशि देकर सम्मानित किया गया
मोहन नागर ने सभागार में अपने उद्बोधन में कहा कि यह मेरे एवं मेरे बैतूल जिले के लिए गौरव्वंती होने वाला पल है जिस तरह प्रकृति हमारा ख्याल रखती है उसी तरह हमारी भी प्रकृति को लेकर जिम्मेदारियां है जिसका हमें पूरी तरह निर्वहन करना चाहिए ,जल को सहजने के लिए स्वरुचि से भी छोटे बड़े बोरी बंधान करना चाहिए एवं समय-समय पर सामूहिक रूप से वृक्षारोपण के कार्य भी करना चाहिए
नागर ने जल ,शिक्षा एवं पर्यावरण के क्षेत्र में किए विशेष कार्य
मोहन नागर द्वारा जिले के उत्कृष्ट विद्यालय भारत भारती में मुख्य प्रबंधक के पद पर रहकर विद्यालय का विस्तार कर छात्रों को लगातार जैविक खेती के लिए प्रेरित किया गया एवं इनके द्वारा विद्यालय परिसर में ही भव्य गौशाला का निर्माण कर ग्रामीण आदिवासी क्षेत्रों में गौ सेवा के लिए आदिवासी किसानों को मार्गदर्शीत किया जा रहा है
इनके द्वारा अक्सर बड़े स्तर पर श्रमदान कर बोरी बंधान के कार्य किए जा रहे हैं जिससे जिले में पानी की स्टोरेज क्षमता बड रही है बड़े जल आंदोलन जैसे सतपुड़ा जलाशय की सफाई में इनकी महत्वपूर्ण भूमिका रही
मोहन नगर द्वारा अक्सर बैतूल जिले के पथरीले पहाड़ी क्षेत्रों मे व्हद स्तर पर सामाजिक संगठनों को साथ लेकर वृक्षारोपण के कार्य भी किए जा रहे हैं इन कार्यों से आम जनमानस में जागरूकता भी आ रही है