पश्चिमी विक्षोभ को पूर्वी अफ़गानिस्तान के ऊपर चक्रवाती परिसंचरण के रूप में देखा जा रहा है। 01 से 03 फ़रवरी, 2025 के बीच दो नए पश्चिमी विक्षोभ उत्तर-पश्चिमी भारत को प्रभावित करने की संभावना है। इन प्रणालियों के प्रभाव में,
30 जनवरी से 5 फरवरी के दौरान जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद में छिटपुट से लेकर काफी व्यापक हल्की से मध्यम वर्षा/बर्फबारी की संभावना; 30 जनवरी से 5 फरवरी के दौरान हिमाचल प्रदेश में छिटपुट से लेकर छिटपुट वर्षा/बर्फबारी, 1 फरवरी से 5 फरवरी के दौरान उत्तराखंड में और 31 जनवरी से 5 फरवरी के दौरान पंजाब, हरियाणा में छिटपुट से लेकर छिटपुट वर्षा, 3 से 5 फरवरी के दौरान उत्तर प्रदेश, राजस्थान में छिटपुट से लेकर छिटपुट हल्की से मध्यम वर्षा की संभावना।
निचले क्षोभमंडल स्तर पर पूर्वोत्तर असम पर एक चक्रवाती परिसंचरण बना हुआ है।
इसके प्रभाव में,
30 और 31 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश, पूर्वोत्तर असम, नागालैंड में कुछ स्थानों पर गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
30 और 31 जनवरी को उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम में हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है।
30 जनवरी को अरुणाचल प्रदेश में भारी वर्षा/बर्फबारी की संभावना है।
पूर्व दिशा में एक गर्त के प्रभाव से, 30 जनवरी 02 फरवरी के दौरान तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल, केरल और माहे में कुछ स्थानों पर गरज और बिजली के साथ हल्की से मध्यम वर्षा होने की संभावना है, जबकि 30 और 31 जनवरी को तमिलनाडु, पुदुचेरी और कराईकल में कुछ स्थानों पर भारी वर्षा होने की संभावना है।
तापमान एवं कोहरे का पूर्वानुमान:
तापमान का पूर्वानुमान:
अगले 3 दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम, पूर्व, मध्य और पश्चिम भारत में न्यूनतम तापमान में 2-3 डिग्री सेल्सियस की क्रमिक वृद्धि होने की संभावना है, तथा इसके बाद कोई महत्वपूर्ण परिवर्तन नहीं होगा।
घने कोहरे की चेतावनी:
01 फरवरी तक उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में रात/सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। 31 जनवरी तक पश्चिम बंगाल के गंगा के मैदानी इलाकों, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के अलग-अलग इलाकों में रात/सुबह के समय घना कोहरा छाए रहने की संभावना है।