संत श्री आशारामजी बापू की ससम्मान रिहाई की मांग, महिला उत्थान मंडल ने राष्ट्रपति के नाम सौंपा ज्ञापन
भारती भूमरकर
बैतूल। अंतर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर श्री योग वेदांत सेवा समिति एवं महिला उत्थान मंडल बैतूल की ओर से शुक्रवार को अपर कलेक्टर राजीव नंदन श्रीवास्तव को महामहिम राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के नाम ज्ञापन सौंपा गया। इस ज्ञापन में हिंदू संत श्री आशारामजी बापू की शीघ्र और ससम्मान रिहाई की मांग की गई।
महिला उत्थान मंडल की अध्यक्ष रूपा विश्वकर्मा ने कहा कि महिलाओं के सर्वांगीण विकास के लिए संत श्री आशारामजी बापू ने कई सेवा कार्य किए हैं। देशभर में महिला उत्थान मंडल की शाखाएं संस्कृति संरक्षण और नारी सशक्तिकरण के लिए काम कर रही हैं।
नीतू झा ने कहा कि संत श्री आशारामजी बापू ने अपना पूरा जीवन लोक कल्याण के लिए समर्पित किया, लेकिन कानूनी जटिलताओं का दुरुपयोग कर उन्हें षड्यंत्र के तहत झूठे आरोपों में फंसाया गया। हाल ही में उनकी गंभीर स्वास्थ्य स्थिति को देखते हुए न्यायपालिका ने उन्हें चिकित्सा सुविधा का अवसर दिया, जिसके लिए समिति आभार व्यक्त करती है।
अमिता परमार ने कहा कि 55 वर्षों से समाज सेवा में लगे संत को जेल में रखने से महिला उत्थान और राष्ट्रहित से जुड़े कई सेवा प्रकल्प बाधित हो रहे हैं। कांति वर्मा ने कहा कि 11 वर्षों से सत्संग के अभाव में युवाओं का नैतिक पतन हो रहा है। मनोरंजन के नाम पर टीवी, सिनेमा और इंटरनेट के बढ़ते प्रभाव से बच्चों और युवाओं में बुरे संस्कार पनप रहे हैं।
अर्पणा झा ने बताया कि संत आशारामजी बापू ने विद्यार्थी शिविर, युवाधन सुरक्षा अभियान, व्यसनमुक्ति अभियान, मातृ-पितृ पूजन दिवस, तुलसी पूजन दिवस, भगवन्नाम संकीर्तन और गौ संरक्षण जैसे अनेक सेवा कार्य शुरू किए। कल्पना पंवार ने कहा कि ‘सर्वे भवन्तु सुखिनः, सर्वे सन्तु निरामयाः’ के उद्देश्य से सेवा कार्य करने वाले संत पर लगाए गए झूठे आरोपों को सच मान लिया गया, जबकि लाखों महिलाओं की सच्ची आवाज को अनसुना कर दिया गया।
महिला उत्थान मंडल ने राष्ट्रपति से अपील की है कि संत आशारामजी बापू की शीघ्र ससम्मान रिहाई के लिए उचित कदम उठाए जाएं। इससे लोकतंत्र के प्रति जनता का विश्वास और मजबूत होगा।
इस अवसर पर श्री योग वेदांत सेवा समिति के संरक्षक राजेश मदान, महिला उत्थान मंडल बैतूल की अध्यक्ष रूपा विश्वकर्मा, नीतू झा, अमिता परमार, अर्पणा झा, तनु झा, अनिता माकोडे, कांति वर्मा, ज्योति साकरे, एल बी गायकवाड़, युवा सेवा संघ के मोहन मदान सहित अन्य साधक मौजूद थे।