
ब्यूरो रिपोर्ट
- एनएसयूआई ने आदिवासी छात्रों के हक में उठाई आवाज: कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा
- छात्रावासों में जहर बिछा रही व्यवस्था, तत्काल सुधार की मांग – विराज यादव
जबलपुर — भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) ने कलेक्टर कार्यालय पहुंचकर जिले के आदिवासी छात्रावासों एवं एकलव्य आदिवासी आवासीय विद्यालयों में व्याप्त भयावह अव्यवस्थाओं के खिलाफ ज्ञापन सौंपा। संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता विराज यादव के नेतृत्व में पहुंचे प्रतिनिधिमंडल ने खुलासा किया कि कल (29 दिसंबर) छात्रों के प्रदर्शन के पीछे कीड़ों-मकोड़ों से भरा सड़ा-गला भोजन, जातिसूचक गालियां, प्राचार्य द्वारा “नाली साफ कराओ, गाली दो” का अमानवीय तांडव, जबरन शौचालय सफाई, स्वच्छ पानी-शौचालय-चिकित्सा सुविधाओं की पूर्ण कमी जैसी समस्याएं जिम्मेदार हैं। पूर्व शिकायतों पर दिखावे की कार्रवाई से तंग आकर निर्दोष आदिवासी छात्र सड़कों पर उतर आए।
NSUI राष्ट्रीय प्रवक्ता विराज यादव
NSUI राष्ट्रीय प्रवक्ता विराज यादव ने बताया कि जिले के सभी आदिवासी छात्रावासों में छात्र बीमार पड़ रहे हैं, मानसिक उत्पीड़न सह रहे हैं, फिर भी जिम्मेदार अधिकारी चुप्पी साधे हैं। संगठन ने प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए निम्न मांगें रखीं:
• मासिक निरीक्षण टीम का तत्काल गठन जिसमें जिला प्रशासन, आदिवासी कल्याण, स्वास्थ्य एवं महिला बाल विकास विभाग के अधिकारी शामिल हों, जो हर माह औचक जांच कर रिपोर्ट कलेक्टर को दें।
* फूड सेफ्टी ऑफिसर द्वारा मासिक भोजन सैंपल लैब जांच अनिवार्य, दोषी ठेकेदारों पर FIR, ब्लैकलिस्टिंग एवं अनुबंध समाप्ति।
• दुर्व्यवहार करने वाले प्राचार्य-अधीक्षकों पर तत्काल निलंबन, विभागीय जांच एवं आपराधिक मुकदमे दर्ज।
* ग्रिवांस हेल्पलाइन एवं गोपनीय शिकायत तंत्र की स्थापना जिसमें कलेक्टर कार्यालय की सीधी निगरानी हो।
• कल के प्रदर्शन पर 15 दिनों में सार्वजनिक कार्रवाई रिपोर्ट जारी।
यादव ने चेतावनी दी अगर 15 दिनों में ठोस कार्रवाई नहीं हुई तो हजारों आदिवासी छात्रों के साथ NSUI कार्यकर्ता सड़कों पर उतरेंगे। दिखावे की कार्रवाई बर्दाश्त नहीं होगी।
इस मौके पर वरुण यादव,सक्षम यादव,अनुराग शुक्ला, राहिल पांडे, मानव उठावनी, साहिल मिश्रा सहित आदि मौजूद रहे।
