एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश होने का अनुमान -यहाँ बरसे ओले, जानिए कब तक बिगड़ा रहेगा मौसम
मध्य प्रदेश मौसम अपडेट
कम दबाव ने ढाया कहर, एमपी में बरसे ओले, जानिए कब तक बिगड़ा रहेगा मौसम
कम दबाव के कारण एमपी में बरसे ओले
मध्यप्रदेश में मानसून की आधिकारिक तौर पर विदाई के बावजूद मंगलवार को कई जगहों पर जोरदार बारिश हुई। कुछ जगहों पर तो ओले भी गिरे। मालवा निमाड़ अंचल में मौसम के तेवर एकाएक बदले और कई जगहों पर तेज हवा के साथ बरसात हुई। इंदौर, उज्जैन, धार में जबर्दस्त बरसात हुई। औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर और आसपास ओले गिरे। मौसम विभाग का कहना है कि मौसम में बदलाव का असर कुल 13 जिलों में देखा गया। हालांकि राहत की बात भी सामने आई है।विशेषज्ञों के अनुसार मौसम का बिगड़ा मिजाज गुरुवार तक सुधर जाएगा।
एमपी से मानसून मंगलवार को विदा हो गया। मौसम विभाग ने इसकी आधिकारिक रूप से घोषणा भी कर दी। मानसून भले ही चला गया लेकिन बरसात नहीं रुकी है। मंगलवार को कम दबाव ने कमाल दिखाया और कई जिले तरबतर हो गए।
धार में तो खूब पानी गिरा। पीथमपुर और आसपास के इलाकों में ओले भी गिरे। यहां करीब एक घंटे बारिश हुई। तेज हवा भी चली। इंदौर और उज्जैन में भी पानी गिरा।
मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि लो प्रेशर एरिया की वजह से 16 अक्टूबर तक मौसम के तेवर ऐसे ही बने रहेंगे। बुधवार की रात से इसमें सुधार होने लगेगा। मौसम विभाग के अनुसार, इस दौरान एक दर्जन से ज्यादा जिलों में बारिश होने का अनुमान है।
चेन्नई में भारी बारिश हो रही है। पिछले 6 घंटों के दौरान 08:30 से 14:30 बजे के बीच, मीनमबक्कम में 80 मिमी और नुंगमबक्कम में 100 मिमी बारिश दर्ज की गई। अगले 36 घंटों तक भारी बारिश जारी रहेगी। स्थानीय अपना ध्यान रखें।
चेन्नई में अगले 2 दिनों तक मूसलाधार बारिश का अलर्ट: सतर्क रहें
पिछले 24 घंटों में उत्तर तमिलनाडु और दक्षिण तटीय आंध्र प्रदेश में भारी बारिश हुई है। भारी बारिश वाले स्थान जैसे नुंगम्बक्कम में 72 मिमी, मीनम्बक्कम में 62 मिमी, कावली में 149 मिमी, ओंगोल में 74 मिमी और बापतला में 47 मिमी वर्षा दर्ज हुई है।
आंध्रप्रदेश और तमिलनाडु के अन्य तटीय हिस्सों में भी मध्यम बारिश देखी गई, और आंतरिक क्षेत्रों में भी काफी व्यापक मध्यम बारिश हुई। यह बारिश उत्तर-पूर्व मानसून के आने की पूर्व तैयारी के रूप में मानी जा सकती है।
मौसम प्रणालियों का प्रभाव: दक्षिण प्रायद्वीप में बहुत भारी मौसम गतिविधि को बढ़ाने के लिए कई मौसम प्रणालियां मिलकर काम कर रही हैं। दक्षिण पश्चिम बंगाल की खाड़ी (बीओबी) पर तमिलनाडु तट के ठीक बगल में एक चक्रवाती परिसंचरण है। वहीं, दूसरा परिसंचरण उत्तरी केरल, तटीय कर्नाटक और आसपास के अरब सागर में स्थित है।
इसके अलावा एक चिह्नित निम्न दबाव क्षेत्र दक्षिण बंगाल की खाड़ी के मध्य भागों में बना हुआ है। इन तीनों प्रणालियों को एक पूरब-पश्चिम दिशा में फैली हुई ट्रफ रेखा जोड़ रही है, जिससे मौसम की तीव्रता और प्रसार को मजबूती मिल रही हैं।
चेन्नई और आसपास के क्षेत्रों में भारी बारिश: दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी पर स्थित चक्रवाती परिसंचरण और निम्न दबाव क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम की ओर चेन्नई की दिशा में बढ़ेंगे, जहां चेन्नई के बाईं ओर पांडिचेरी और दाईं ओर कावली स्थित है। वहीं, चेन्नई और इन अन्य दो स्थानों में आज और कल अत्यधिक भारी वर्षा होने का खतरा है। सप्ताह के शेष दिनों में भी बारिश होती रहेगी, लेकिन इसकी तीव्रता कम होगी।
भारी बारिश से जलभराव/बाढ़: चेन्नई में पूरे दिन थोड़ी-थोड़ी देर रुकने के साथ भारी बारिश जारी रहेगी। बता दें, आज रात और कल के दौरान बारिश अधिक तीव्र होने की उम्मीद है। जिससे कुछ क्षेत्रों में जलभराव और बाढ़ आ सकती है।
वहीं, रेल, सड़क और हवाई यातायात भी प्रभावित हो सकता है, जिससे यात्रियों को असुविधा होगी। किसी भी दुर्घटना को रोकने के लिए बहुत अधिक सावधानी बरतने की आवश्यकता है।