जल संरक्षण में बैतूल ने देशभर में बनाई पहचान,केंद्र सरकार से मिलेगी 25 लाख की पुरस्कार राशि
ब्यूरो रिपोर्ट
जनसहभागिता से जल संरक्षण के कार्यों को सफलतापूर्वक पूरा करने में बैतूल जिले ने देश में परचम लहराया है। केंद्र सरकार के जल संसाधन और नदी विकास विभाग द्वारा जल शक्ति अभियान अंतर्गत प्रारंभ किए गए नवाचार ‘जल संचय जन भागीदारी’ अभियान में बैतूल जिले ने वेस्टर्न जोन में तृतीय स्थान हासिल किया है। इसके लिए जिले को 25 लाख रुपये की प्रोत्साहन राशि प्रदान की जाएगी।
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अक्षत जैन ने बताया कि 1 अप्रैल 2024 से 31 मई 2025 तक जिले में 13499 जल संरक्षण कार्यों का सत्यापन किया गया है, जिसका अर्थ है कि यह सभी कार्य स्थल पर पूर्ण हो चुके हैं। इन कार्यों में खेत तालाब, स्टॉप डैम, कंटूर ट्रेंच, सोखपीट, चेक डैम, कपिलधारा, तालाब सौंदर्यीकरण आदि प्रमुख जल संरक्षण गतिविधियां शामिल रहीं।
जिले में जल संरक्षण के लिए एक व्यापक रणनीति अपनाई गई। इसमें उद्योगों, स्वयंसेवी संगठनों, स्वयं सहायता समूहों और नागरिकों की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की गई। कम लागत और अधिक प्रभावी कृत्रिम पुनर्भरण संरचनाओं का निर्माण एवं पुराने जल स्रोतों का पुनर्जीवन किया गया। ग्रामीण अंचलों में हजारों कृत्रिम रिचार्ज स्ट्रक्चर और प्रत्येक गाँव में जल संरचनाएँ स्थापित कर वर्षा जल संचयन को बढ़ावा दिया गया। स्थानीय संगठनों और जनसहभागिता से परियोजनाओं को स्थायित्व मिला। साथ ही नागरिकों को जागरूक करने के लिए लगातार अभियान चलाए गए। परिणामस्वरूप बैतूल जिले ने जल संरक्षण में उल्लेखनीय उपलब्धि हासिल कर देशभर में अपनी पहचान बनाई है।