कई जिलों में बारिश-तेज हवा, मई से फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, एक्टिव हो रहा नया सिस्टम
- छाए रहेंगे बादल, आज भी कई जिलों में बारिश-तेज हवा,
- मई से फिर बदलेगा मौसम का मिजाज, एक्टिव हो रहा नया सिस्टम
30 अप्रैल से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हो जाएगा जिससे तापमान में फिर बढ़ोतरी होगी और गर्मी पड़ेगी। मई की शुरूआत में हीट वेव का भी असर देखने को मिलेगा। हालांकि 4 मई को नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से कई जिलों में मौसम बदला बदला सा रहेगा।इस दौरान आंधी के साथ बारिश की स्थिति देखने को मिल सकती है।
मध्य प्रदेश के मौसम में बदलाव का दौर जारी है।बादल छाए हुए है और कहीं कहीं हल्की बारिश का दौर बना हुआ है। आज सोमवार को भी कुछ जिलों में बारिश होने की संभावना है लेकिन मंगलवार से पश्चिमी विक्षोभ का असर खत्म होगा और तापमान के बढ़ते ही गर्मी पड़ना शुरू हो जाएगी। इधर, मई महिने में एक और नया सिस्टम एक्टिव होने जा रहा है, जिसके चलते फिर मौसम में परिवर्तन होगा और बारिश के साथ आंधी की स्थिति बन सकती है।
आज कैसा रहेगा मौसम का हाल
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, आज सोमवार को नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के जिलों में अलग-अलग स्थानों पर हल्की बारिश की संभावना है, वही अन्य शहरों में मौसम शुष्क बना रहेगा,इस दौरान दिन का पारा 45 से 47 डिग्री तक पहुंच सकता है। हीट वेव भी चल सकती है।अगले तीन-चार दिनों में भी अधिकतम तापमान में बढ़ोतरी हो सकती है।
मंगलवार से ग्वालियर-चंबल ,नौगांव, छतरपुर, शिवपुरी, निवाड़ी, खरगोन, बड़वानी, राजगढ़, शाजापुर, शिवपुरी, श्योपुर कलां, नरसिंहपुर समेत कई जिलों में तापमान बढ़ने से गर्मी बढ़ेगी।
मई में फिर एक्टिव होगा नया सिस्टम
एमपी मौसम विभाग के मुताबिक, 30 अप्रैल से वेस्टर्न डिस्टर्बेंस का असर खत्म हो जाएगा जिससे गर्म हवाएं चलेगी और भीषण गर्मी पड़ेगी। मई की शुरूआत में हीट वेव का असर देखने को मिलेगा। हालांकि मई में नए सिस्टम के सक्रिय होने से कई जिलों में मौसम बदला बदला सा भी रहेगा। 4 मई को एक नया पश्चिमी विक्षोभ उत्तर भारत में पहुंचेगा जिससे 5 मई से तापमान में फिर गिरावट आएगी और कहीं कहीं बादल छाने के साथ हल्की बारिश भी हो सकती है।
क्या कहता है मौसम विभाग का पूर्वानुमान
वर्तमान में पश्चिम विक्षोभ चक्रवातीय परिसंचरण के रूप में उत्तरी पाकिस्तान के ऊपर मध्य समुद्र तल से 3.1 किमी और 7.6 किमी की ऊंचाई के बीच स्थित है। एक चक्रवातीय परिसंचरण पूर्वात्तर राजस्थान के ऊपर माध्यम समुद्र तल से 1किमी की ऊंचाई पर सक्रीय है। मध्य महाराष्ट्र और कर्नाटक होते हुए केरल तक हवाओं में अस्थिरता बनी हुई है।पश्चिमी राजस्थान पर हवा के ऊपरी भाग में एक चक्रवात बना हुआ है।
पूर्वी विदर्भ से लेकर मध्य महाराष्ट्र और कर्नाटक से होते हुए एक द्रोणिका भी बनी हुई है। इसके असर से सोमवार को नर्मदापुरम, जबलपुर संभाग के जिलों में कहीं-कहीं वर्षा हो सकती है, शेष शहरों में अब पारा बढ़ेगा। अगले 3-4 दिन में अधिकतम तापमान में 3-4 डिग्री सेल्सियस तक वृद्धि हो सकती है।