हिन्दू संगठन के लोगो ने दूराचारियों को पकड़ने लव जिहाद,धर्म परिवर्तन करने का दबाव बनाने वालो पर कार्यवाही की मांग
ब्यूरो रिपोर्ट
सारणी-कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा की नगरी फीर हुई एक बार शर्मसार हुई, गौरतलब है की बीते वर्ष एक मुस्लिम युवक ने नाबालिग के साथ दूराचार किया था,जिसको लेकर लोगों के मन से यादें धूमिल हूई ही थी की एक और मुस्लिम युवक शाहिद पिता सिराज मल्लिक ने अपने दो अन्य साथियों के साथ मिलकर एक युवती के साथ कट्टे की नोक पर बार-बार दूराचार की घटना ने पूरे क्षेत्र को एक बार फीर झकझोर कर रख दिया।
शनिवार को कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा में दोपहर 1 बजे के तकरीबन हिन्दू समाज के नवयुवकों ने पाथाखेड़ा शहिद स्मारक से पाथाखेड़ा चौकी तक नारेबाजी की। जिसमें उन्होंने पिंडिता के सहयोग में दुराचार करने में सहायक रूप से प्रमुख भूमिका निभाने वाले अन्य दो नामो पर कार्यवाही की मांग की है।साथ ही शाहिद ने बालिका को अपना नाभ सिद्धू बताकर प्रेम जाल में फंसाया और पिंडिता को हकीकत पता चलने पर मारपीट व धर्म परिवर्तन का दबाव बनाकर डरा-धमकाकर बार-बार शोसन करने वालों के अवैध मकानों को ध्वस्त करने की भी मांग की है।
प्रखर हिंदूवादी नेता अंजनी सिंहऔर विश्व हिंदू परिषद के जिला सह मंत्री चेतन गुप्ता ने बताया की कोल नगरी पाथाखेड़ा में बीते शुक्रवार की सायं 7 बजे के दरम्यान एक हिन्दू बालिका अपनी आप-बीती लेकर न्याय के लिए पाथाखेड़ा चौकी जाती है। जहां पदस्थ मुंशी आशिक खान बकायदा बालिका को बैठाकर पूरी घटना सुनता है।फिर बालिका को थोड़ा डराकर समझौता करने का दबाव बनाता रहा जब बालिका और परिजन नहीं माने तो लगभग 12 बजे के दरम्यान पिंडिता को सारनी थाने पहूंचाया गया,और रात्रि 1 बजे पून: पिडिता अपनी आप बीती सुनाती है,और सारणी थाने में एफआईआर की जाती है।सबसे महत्वपूर्ण बात जब पाथाखेड़ा चौकी में महिला आरक्षक नहीं तो बालिका को सायं 7 बजे से 12 बजे तक कैसे बैठाकर रखा गया,और एफआईआर जब सारणी थाने में ही होना है,तो पाथाखेड़ा में पदस्थ मुंशी आशिक खान को पूरी कहानी सुनने में क्या दिलचस्पी रही समझ से परे है।
वहीं पूरी घटना को लेकर पिडिता ने बताया की शाहिद कालेज में सिद्धू नाम से अपना परिचय कराया,और प्रेम प्रसंग के जाल में फंसाया, पिडिता का कहना था कि जब सिद्धू की असलियत का पता चला तो उसे ब्लॉक कर दिया।
लेकिन शाहिद ऊर्फ सिद्धू ने पिता,छोटी बहन और भाई को जान से मार देने की धमकी बार बार देकर दूराचार करता रहा।सबसे बड़ी बात पूरी घटना में इसके दो अन्य मित्र सन्नी और राजा का नाम पिडिता द्वारा बताया गया लेकिन पूलिस ने प्रथम सूचना कार्यवाही में दोनों के नाम दर्ज नहीं किए जबकि पिडिता बार बार लें जाने वाले चारपहिया वाहन कट्टा व दो अन्य आरोपियों के नाम लेती रही साथ ही नाम परिवर्तन लव जिहाद ,जबरन धर्म परिवर्तन के लिए बाध्य करने जैसे जघन्य अपराध के बारे भी पिंडिता द्वारा पुलिस प्रथम सूचना कार्यवाही में बताया गया था, लेकिन पुलिस पिंडिता द्वारा धारा-164 का बयान का हवाला देकर टालामटोली करती नजर आईं।
हालांकि शनिवार को हिन्दू संगठनों के द्वारा दुराचारीयों को फांसी देने से लेकर इनके मकानों की ध्वस्त करने की मांग पर अड़ी रही, जहां थाना प्रभारी राकेश सरियाम ने तत्काल पुलिस अधीक्षक व एसडीएम शाहपुर को जानकारी देकर अवगत कराया और लोगो को आस्वस्त किया शिघ्र संवैधानिक कार्यवाही की बात उपस्थित लोगों से कहीं।
इनका कहना है
आपके द्वारा जानकारी दी गई है,पूरी घटना पर नजर है मेरी और अगर बालिका को पाथाखेड़ा चौकी में पदस्थ मुंशी द्वारा डराया धमकाया व देर रात तक बैठाया गया है,तो मैं दिखवाकर शीघ्र कार्रवाई करता हूं।
निश्चल एन झारिया
पुलिस अधीक्षक बैतूल