भगवान श्रीकृष्ण ने अहंकार का दमन कर समाज को एकता और सहयोग का दिया संदेश : विधायक हेमंत खंडेलवाल
ब्यूरो रिपोर्ट
केंद्रीय राज्यमंत्री जनजातीय मामले श्री दुर्गादास उईके और भाजपा प्रदेश अध्यक्ष विधायक श्री हेमंत खंडेलवाल ने मंगलवार को भारत भारती गौशाला में गोवर्धन भगवान का विधिवत पूजन अर्चन कर आरती की। उन्होंने गोमाता की भी पूजन अर्चन कर उन्हें गोग्रास अर्पण किया। इस अवसर पर उपाध्यक्ष जिला पंचायत श्री हंसराज धुर्वे, सरपंच श्री पूर्णराम वाडीवा, सचिव श्री मुकेश खंडेलवाल, प्राचार्य श्री विवेक तिवारी, श्री दीपेश मेहता, श्री अमोल पालकर, उप संचालक पशुपालन एवं डेयरी विभाग श्री सुरजीत सिंह, अनुविभागीय अधिकारी राजस्व बैतूल डॉ अभिजीत सिंह सहित अन्य जनप्रतिनिधि और अधिकारीगण मौजूद रहें। अतिथियों ने कार्यक्रम में गौसेवा के उल्लेखनीय कार्य के लिए गो सेवकों को प्रशस्ति प्रमाण पत्र भी वितरण किया।
विधायक श्री खंडेलवाल ने कहा कि गोवर्धन पूजन हमें अहंकार का नाश कर स्वाभिमान और संगठन के साथ जीवन जीने की प्रेरणा देता है। भगवान श्रीकृष्ण ने इंद्र के अहंकार का दमन कर समाज को एकता और सहयोग का संदेश दिया था। उन्होंने सभी नागरिकों को गोवर्धन पूजन की हार्दिक शुभकामनाएं दीं।
केंद्रीय राज्यमंत्री श्री ऊईके ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि हम सौभाग्यशाली है कि हमारा जन्म भारत की पुण्य पावन भूमि पर हुआ हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में भारत तेजी से विकास और अपने मूल वैभव को प्राप्त करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मध्यप्रदेश में भी मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के नेतृत्व में मध्यप्रदेश स्वर्णिम प्रदेश बन रहा है। उन्होंने कहा कि शस्त्र और शास्त्र हमारी भारतीय संस्कृति की अस्मिता और चेतना से जुड़ा है। मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने दशहरा पर्व पर शस्त्र पूजन प्रारंभ कर भारत की शक्ति और सामर्थ्य की परंपरा को पुनर्जीवित किया है।
उन्होंने कहा कि इसी प्रकार आज प्रदेश भर में गोवर्धन पूजन पर्व उत्साहपूर्वक मनाया जा रहा हैं। गोवर्धन पूजन कोई कर्मकांड नहीं, यह गोमाता के प्रति हमारी कृतज्ञता और आभार का भाव हैं। दीपोत्सव के इन पांच दिनों में आत्म तत्व और दिव्य तत्व की वर्षा होती हैं, जिससे हम सभी लाभान्वित होते हैं। इसी दौरान भगवान कृष्ण ने नकारात्मक रूपी आसुरी शक्तियों का नाश कर सकारात्मक ऊर्जा का संचार किया था। गोवर्धन पूजन सभी नकारात्मक शक्तियों से संरक्षण का मर्म हैं।
उन्होंने कहा कि भगवान सूर्य की दिव्य शक्तियां गोमाता के शरीर में प्रविष्ट हो दुग्ध तक पहुंचती हैं। जितने भी प्रकार रंग के पुष्म पल्लवित हो रहे हैं ये सूर्य भगवान की शक्ति है। आज हमें गोमता के संरक्षण की प्रतिज्ञा लेने की आवश्यकता हैं। जहां गौमाता का निवास होता हैं, वहां नकारात्मक शक्तियां प्रविष्ट नहीं कर सकती हैं। गोमाता में 33 कोटि देवी देवता निवास करते हैं। पश्चिमी दर्शन के प्रवेश के कारण गोमता के प्रति हमारे मूल्यों का पतन आया हैं। किन्तु आज गो संरक्षण और अभिवृद्धन की आवश्यकता है। गौ उत्पादों का उपयोग करने वाला और गौमाता की सेवा करने वाला विश्व विजेता होता हैं।
केंद्रीय मंत्री श्री उईके ने उपस्थित जनसमूह को प्रतिज्ञा दिलाई कि हमारे पूर्वजों ने जो स्वर्णिम भारत का स्वप्न देखा था उसे साकार करने में हमें अपना सर्वश्रेष्ठ योगदान देना हैं। इस प्रकार भारत को समृद्ध और बलशाली राष्ट्र बनाकर भावी पीढ़ी को सौंपना है। उन्होंने सभी को दीपावली पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं दी। कार्यक्रम के अंत में प्राचार्य श्री जितेंद्र परसाई जी ने सभी को गोवर्धन पूजन की शुभकामनाएं दी और आभार व्यक्त किया।