चार दिनों तक मनाए जाने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ का हुआ सूर्यदेव को अर्घ्य देकर समापन

ब्यूरो रिपोर्ट
चार दिनों तक मनाए जाने वाले लोक आस्था के महापर्व छठ का हुआ सूर्यदेव को अर्घ्य देकर समापन
छठ घाट स्थल पर कांग्रेस और भाजपा के नेताओं के माध्यम से किया गया दौरा
सारनी। उत्तर भारतीयों का सबसे बड़ा और लोक आस्था का महापर्व छठ आज उगते हुए सूर्यदेव को अर्घ्य देने के बाद भव्य समापन हुआ।
यह पर्व चार दिनों तक मनाया जाता है पर्व के तीसरे दिन सोमवार को शाम को कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा के शिव मंदिर देनवा नदी,तेलिया डोह नदी एवं स्टीम वाल छठ घाट पर छठ व्रतियों के माध्यम से विधि विधान के साथ पूजा अर्चना करने के उपरांत डूबती हुई सूर्यदेव को अर्घ्य देने के साथ ही तीसरे दिन की पूजा की समाप्ति होगी जबकि चौथे दिन मंगलवार को सुबह 3:30 बजे से लेकर भगवान सूर्य की किरण निकलते तक छठ उपासक महिला एवं पुरुष जल में खड़े होकर सूर्य भगवान का इंतजार करेंगे और सूर्य की पहली किरण उठते ही उन्हें अर्घ्य देने के साथ चार दिनों का सबसे लंबा पर्व के समापन की घोषणा होगी। बताया जाता है कि सनातन धर्मावलंबी महिलाएं सुख-समृद्धि के लिए कठिन व्रत कर रही हैं। खरना मनाया गया,जिसमें महिलाओं ने उत्साहपूर्वक भजन-पूजन किया। गंगा-यमुना घाटों पर स्नान कर सूर्यदेव को अर्घ्य दिया गया। 36 घंटे का निर्जला व्रत शुरू होगा, जिसमें डूबते और उगते सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। ठेकुआ का प्रसाद बनाया गया और षष्ठी मइया की पूजा से सुख-समृद्धि की प्राप्ति की कामना की गई है।
छठ लोकगीत की दी गई एक से बढ़कर एक प्रस्तुति
भोजपुरी एकदम मंच के तत्वाधान में स्टीम वाल छठ घाट पर भोजपुरी गीत के अलावा एक से बढ़कर एक झांकी की प्रस्तुति देने का काम किया गया भोजपुरी एकता मंच के पदाधिकारी ने बताया कि जबलपुर से आए कलाकारों के माध्यम से लोक आस्था के महापर्व छठ पर एक से बढ़कर एक भोजपुरी गीत की प्रस्तुति देने के साथ कई मनमोहक झांकियां की प्रस्तुति करने का काम किया है यह कार्यक्रम साढे तीन बजे से शुरू हुआ जो रात 8 बजे तक छठ घाट स्थल पर चला रहा सुरक्षा व्यवस्था के लिए स्थानिक पुलिस प्रशासन,नगर पालिका के कर्मचारी और गोताखोरों को तैनात किया गया था।
जन प्रतिनिधियों ने छठ घाट पर दी उपस्थित
भोजपुरी एकता मंच के माध्यम से छठ घाट पर सांस्कृतिक लोकगीत का जो कार्यक्रम आयोजित किया गया वहां पर बड़ी संख्या में उपासकों के अलावा भारतीय जनता पार्टी और कांग्रेस के कार्यकर्ता उपस्थित रहे भारतीय जनता पार्टी की तरफ से आमला विधानसभा क्षेत्र के विधायक डॉ योगेश पंडाग्रे तो कांग्रेस के जिला अध्यक्ष निलय डागा के माध्यम से छठ घाट पर पहुंचकर उपवासको से चर्चा करने का काम किया है।
शिव मंदिर प्रांगण में सुविधाओं का रहा अभाव
कोयलांचल क्षेत्र पाथाखेड़ा के सबसे प्राचीनशिव मंदिर में उत्तर भारतीयों के माध्यम से लगभग 63 वर्षों से लोक आस्था का महापर्व छठ बड़े हर्ष उल्लास के साथ मनाने का कार्य किया जाता रहा है। लेकिन इस वर्ष शिव मंदिर प्रबंधन कमेटी पाथाखेड़ा की उदासीनता की वजह से इस मंदिर प्रांगण में अतिक्रमण करके स्कूल का संचालन करने एवं बारिश के मौसम में दिवाला गिर जाने के कारण छठ घाट का जो निर्माण किया गया था वहां पर भारी असुविधाओं का अभाव रहा। नगर पालिका परिषद सारनी के माध्यम से टैंकरों के जरिए पानी उपलब्ध कराने का कार्य किया गया शिव मंदिर प्रांगण में छठ उपासकों को इस वर्ष भी परेशानी की वजह से शिव मंदिर प्रबंधन कमेटी पाथाखेड़ा के प्रति आक्रोश का माहौल देखने को मिला कई लोगों ने कहा कि शिव मंदिर प्रांगण में अवैध रूप से संचालित होने वाले स्कूल की शिकायत जिला शिक्षा अधिकारी से करके इसे बंद करने की मांग करेंगे।