गर्मी को लेकर मौसम विभाग कब जारी करता है रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट? जानिए इनका मतलब

देश के कई राज्यों में भीषण गर्मी का कहर जारी है। आने वाले दिनों में मौसम कैसा रहने वाला है इसे लेकर भी मौसम विभाग लगातार जानकारी देता रहेगा। आइए आपको बताते हैं कि मौसम को देखते हुए मौसम विभाग (India Meteorological Department) कितने प्रकार के अलर्ट जारी करता है और गर्मी को लेकर जारी किए गए रेड ऑरेंज और येलो अलर्ट का मतलब क्या होता है।
Heat Waves in India: क्या होता है गर्मी को लेकर मौसम विभाग के रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट का मतलब?
HIGHLIGHTS
मौसम की गंभीरता को बताने के लिए मौसम विभाग कुछ चुनिंदा रंगों का इस्तेमाल करता है।
मौसम विभाग हर मौसम के हिसाब से तीन अलर्ट जारी करता है।
यह तीन अलर्ट है रेड, ऑरेंज और येलो, जिनका चुनाव मौसम विभाग ने कई एजेंसियों के साथ मिलकर किया है।
नई दिल्ली। Heat Wave: देशभर में इन दिनों भीषण गर्मी का कहर जारी है। इसे लेकर मौसम विभाग (India Meteorological Department) भी सक्रिय बना हुआ है और समय-समय पर लोगों को मौसम के हिसाब से अलग-अलग अलर्ट (IMD Alert) भी जारी कर रहा है। आइए इस आर्टिकल में समझते हैं कि गर्मी को लेकर रेड, ऑरेंज और येलो अलर्ट कब जारी किए जाते हैं और इन रंगों को देखकर किस तरह आप मौसम की गंभीरता का अंदाजा लगा सकते हैं।

मौसम विभाग के मुताबिक, रेड अलर्ट उस स्थिति में जारी किया जाता है, जब तेज गर्मी या लू का प्रकोप इस कदर होता है, जिससे जान-माल के नुकसान का सबसे ज्यादा डर रहता है। यह खराब मौसम को दिखाता है, जब तापमान सारे रिकॉर्ड तोड़ रहा होता है। ऐसे में लू की चपेट में आने वाले इलाकों को सावधान करने और इसे लेकर प्रशासन से जरूरी कदम उठाने के लिए जरूरी निर्देश दिए जाते हैं।

ऑरेंज अलर्ट मौसम विभाग तब जारी करता है, जब घर से बाहर निकलने से पहले सावधानी की जरूरत होती है। इसका मतलब होता है बी प्रिपेयर्ड (Be Prepared) यानी आने वाले दिनों में पड़ने वाली भीषण गर्मी को लेकर लोगों को पहले ही ऑरेंज अलर्ट के माध्यम से सतर्क करने की कोशिश की जाती है। इस अलर्ट के में लोगों को जरूरी होने पर ही घरों से बाहर निकलने की सलाह दी जाती है, जिस दौरान सेहत को लेकर भी विशेष सावधानी बरतने की जरूरत होती है।

येलो अलर्ट को जारी करने के पीछे का मकसद लोगों को सचेत करना होता है। मौसम विभाग की ओर से यह एक तरह की चेतावनी के रूप में देखा जाता है, ऐसे में आने वाले दिनों के लिए लोगों को पहले से तैयार रहने की सलाह दी जाती है और संबंधित अधिकारी हालात पर नजर बनाए रखते हैं।

मौसम विभाग की ओर से रेड, ऑरेंज और येलो ही नहीं, बल्कि ग्रीन अलर्ट भी जारी किया जाता है। बता दें, यह उस स्थिति में जारी किया जाता है, जब हालात एकदम सामान्य हो जाते हैं और कहीं आने में किसी प्रकार का जोखिम नहीं होता है। देखा जाए, तो यह अलर्ट के बजाय एक सुकून भरी सांस होती है जब प्रचंड गर्मी से लोगों को राहत मिलती है। इस अलर्ट में बाकी अलर्ट की तुलना में कहीं कोई एक्शन लेने की जरूरत नहीं होती है।