नपा ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत बाबा मठारदेव मंदिर के प्राकृतिक झिरिया एवं झरने की श्रमदान से सफाई, फोर्स से आया पानी
भारती भूमरकर
नपा ने जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत बाबा मठारदेव मंदिर के प्राकृतिक झिरिया एवं झरने की श्रमदान से सफाई, फोर्स से आया पानी
16 जून तक सतत चलेगा अभियान, आम लोगों के सहयोग से किया जा रहा जल स्त्रोतों का पुनर्जीवन।
सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के लिए गुरुवार 13 जून को श्रमदानियों के साथ सुबह 8 बजे से वार्ड 09 स्थित बाबा मठारदेव मंदिर के बाजू में प्राकृतिक झिरिया एवं झरने की श्रमदान से सफाई की गई। जलस्त्रोत की सफाई के बाद मंदिर तक जाने वाले पाइप में प्राकृतिक जल स्त्रोत का फोर्स बढ़ गया।
मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी. के. मेश्राम ने बताया कि जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नगर पालिका द्वारा जलस्त्रोतों के संवर्धन एवं पुनर्जीवन हेतु सतत अभियान चलाया जा रहा है। गुरूवार 13 जून को वार्ड क्रमांक 09 श्री मठारदेव बाबा मंदिर तलहटी के बगल से बहने वाले प्राकृतिक झरने एवं इसके जलस्त्रोत की श्रमदान कर सफाई की गई। बाबा मठारदेव के मंदिर में प्राकृतिक जलस्त्रोत के माध्यम से पानी आता है। इसे साल के बारह महीने लोग पेयजल के रूप में उपयोग करते हैं।
सुबह 8 बजे से 11 बजे तक प्राकृतिक झरने की श्रमदान कर सफाई का कार्यक्रम चला। इस मौके पर वार्ड 09 की पार्षद भावना बंडू माकोड़े, उपयंत्री रविंद्र वराठे, कमलेश पटेल समेत अन्य लोग उपस्थित थे। झरने के आस-पास लगी घास, झाड़ियों को श्रमदान के माध्यम से सफाई की गई। प्राकृतिक जलस्त्रोत को ढांककर रखा गया। इस अवसर पर सभी को पानी संरक्षण की शपथ भी दिलाई गई। नोडल अधिकारी कमलेश पटेल ने बताया कि नगर पालिका द्वारा अभियान के तहत प्रतिदिन जलस्त्रोतों की सफाई की जा रही है। जल गंगा अभियान का समापन रविवार 16 जून गंगा दशमी के अवसर पर छठ पूजा घाट पर किया गाएगा। अभियान में प्रतिभागी करने वालों को पुरस्कृत किया जाएगा।