आखिर कब मिलेंगे आदिम जाति कल्याण विभाग के अथिति शिक्षकों को अनुभव प्रमाण पत्र
ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल, शासन के आदेश का सख्ती से नही कर रहा पालन बैतूल का आदिम जाति कल्याण बता दे की स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों को पिछले सालों के अनुभव प्रमाण पत्र नहीं मिल पाते थे। अवश्यकता होने पर संस्था प्रमुख सादे कागज पर ही अनुभव लिखकर दे देते थे लेकिन प्रदेश सरकार ने अनुभव प्रमाण पत्र को भी पूरी तरह प्रकिया में सम्मिलित किया।
जिसके चलते लोक शिक्षण संस्थान वालों के अनुभव प्रमाण पत्र की प्रकिया तो ऑनलाइन की गई थीं। जिसमें सरकारी स्कूलों में सेवाएं देने वाले अतिथि शिक्षकोंं का अनुभव प्रमाण पत्र ऑनलाइन जनरेट कराया जाना था।
ऑनलाइन से दूर तो ऑफलाइन आवेदन प्रक्रिया में किया था सम्मलित
परंतु वंही आदिम जाति कल्याण विभाग की शालाओं में पदस्य अतिथि शिक्षक को आनलाइन अनुभव प्रमाण पत्र वाली सुविधाएं दूर रखा गया था।
परंतु ऑफलाइन प्रक्रिया में आदिम जाति कल्याण विभाग के स्कूलों में पढ़ाने वाले अतिथि शिक्षकों सम्मिलित किया गया।
साशन के इस आदेश के बाद से अतिथि शिक्षको में खासा उत्साह देखने को मिला था।
इस प्रकिया के लिए साशन
द्वारा पत्र जारी किया गया था जिसमे संदर्भित था अतिथि शिक्षकों के अनुभव प्रमाण पत्र के संबंध में निर्देश जारी किये गये थे। चुकि आदिम जाति कल्याण विभाग की शालाओं में एजूकेशन पोर्टल की व्यवस्था को MANDATORY नहीं किया गया है, इस कारण डिजिटल अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने में समस्या आ रही है। अतः अतिथि शिक्षको के अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने हेतु निम्नानुसार व्यवस्था की जाती हैः-
1. संलग्न निर्धारित प्रपत्र मे अतिथि शिक्षक के रूप में कार्य संबंधी जानकारी को संस्था प्रमुख से सत्यापित कराकर उपस्थिति पंजी की सत्यापित प्रति के साथ संबंधित डी डी.ओं (संकुल प्राचार्य/बी.ई.ओ) को प्रस्तुत करेंगे।
2 डी. डी. ओ. (DDO) मानदेय देयक से पुष्टि कर अनुभव प्रमाण पत्र पर हस्ताक्षर कर प्रति हस्ताक्षर हेतु जिला कार्यालय को प्रेषित करेंगे।
3
जिला कार्यालय के सक्षम अधिकारी (सहायक आयुक्त / जिला संयोजक) से प्रति हस्ताक्षर उपरान्त अनुभव प्रमाण पत्र मान्य होगा।
4. उक्त समस्त हस्ताक्षरकर्ता कार्यालयों से जारी अनुभव प्रमाण पत्र में निर्धारित स्थान पर विधिवत जावक कमांक एवं दिनांक अंकित होगा।
5. कार्यरत संस्था, संकुल संस्था, सहायक आयुक्त कार्यालय मे प्रत्येक अतिथि शिक्षक के अभिलेख को संधारित किया जाएगा जिससे भविष्य में किसी विशेष प्रकरण पर
जानकारी चाहे जाने पर उपलब्ध कराई जा सकें। 6. उक्त व्यवस्था अनुसार अनुभव प्रमाण पत्र केवल उन्ही अतिथि शिक्षको के जारी किये जाएंगे जिन्होने उच्च माध्यमिक शिक्षक / मध्यमिक शिक्षक की परीक्षा
उत्तीर्ण कर ली है।
7 इस अनुभव प्रमाण पत्र के आधार पर ही उच्व माध्यमिक शिक्षक एच माध् शिक्षक के पद पर नियुक्ति संबंधी कार्यवाही की जायेगी।
8 अनुभव प्रमाण पत्र जारी करने के पूर्व संबंधित आवेदक की जानकारी का भलीभाँति परीक्षण कर लिया जाए तथा अनुभव प्रमाण पत्र के साथ उपस्थिति पंजी की सत्यापित प्रति आवश्यक रूप से संलग्न की जावें ।
9. उक्तानुसार अतिथि शिक्षको के अनुभव प्रमाण पत्र दिनांक 10.01.2020 तक जारी करना सुनिश्चित करें।
संकुल प्राचार्य को कराना था फार्म सबमिट
इसके बाद संस्था प्रमुख, संकुल प्राचार्य और सहायक आयुक्त, मण्डल संयोजक कार्यालय स्तर से प्रक्रिया पूरी कीजानी है। जिससे बाद अनुभव प्रमाण पत्र जारी किए जाते
परंतु बैतूल जिले का दुर्भाग्य है बैतूलजिले के भीमपुर ब्लाक में अभी भी कई स्कूल ऐसे है जंहा अतिथि शिक्षको को अभी तक अनुभव प्रमाण पत्र से वंचित रखा गया है। जिसके चलते अतिथि शिक्षकों को कई समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
इनका कहना……
जब इस सम्बंध में भीमपुर ब्लॉक के विकासखंड शिक्षा अधिकारी से बात की गई तो इनका कहना था कि अनुभव प्रमाण पत्र चयन प्रक्रिया के बाद दीए जायेगा। जो अपात्र पाए जाएंगे उन्हें नही दिए जाएंगे जो अतिथि शिक्षक पात्र पाए जाएंगे उनके नमो की सूची तैयार की जा रही है।
अभी सूची तैयार नहीं हुई है। सूची बनने के बाद अतिथि शिक्षको के अनुभव प्रमाण पत्र की की सूचि सहाय आयुक्त के पास भेजेंगे ।
रमेश कौशिक विकाश खंड शिक्षा अधिकारी
इनका कहना……
सहायक आयुक्त से प्राप्त जानकारी के अनुशार विकाश खंड शिक्षा अधिकारी दौरा भेजे गए भीमपूर ब्लाक में अतिथि शिक्षको को अनुभव प्रमाण पत्र पूर्व में जारी किए गए हैं।
इन्होने बताया की हमारे यहां सूची तैयार नहीं की जाती अतिथि शिक्षक अनुभव प्रमाण पत्र का एक फार्मेट भरना होता है। जिसके आधार पर अनुभव प्रमाण पत्र बनाए जाते है।
शिल्पा जैन सहायक आयुक्तआदिम जाति कल्याण विभाग
,———————
सावल यह है
की यदी आदिम जाति कल्याण विभाग के स्कूल मे पढ़ाने वाले शिक्षको को अनुभव प्रमाण पत्र के लिय अतिथि शिक्षक प्रमाण पत्र का फार्मेट भरना पड़ता है तो भीमपुर ब्लाक के विकाश खंड शिक्षा अधिकारी इन शिक्षकों के नाम की सूचि बना कर इन्हे गुमराह तो नही कर रहे।
सूत्रो की माने तो गुरवा पिपरिया सहितकई ग्रामीण छेत्र के स्कूलो
कई अतिथि शिक्षक बगैर अनुभाव प्रमाण पत्र के पांच छे वर्षो से सेवा दे रहे हैं। जबकि शासन के निर्देश है की बगैर अनुभव प्रमाण पत्र के शिक्षको को नही रखना हे ।
फिर भीभीमपुर ब्लाक में शासन के आदेश की धज्जियां उड़ाई जा रही है।