पाथाखेड़ा पुलिस ने “डिजिटल अरेस्ट” के झांसे से 64 वर्षीय बुजुर्ग को 73 लाख की ठगी से बचाया

भारती भूमरकर
🔹 *पाथाखेड़ा पुलिस ने “डिजिटल अरेस्ट” के झांसे से 64 वर्षीय बुजुर्ग को बचाया — साइबर ठगों की बड़ी साजिश नाकाम*
🔹 *वीडियो कॉल पर बन गए थे ‘ईडी–सीबीआई अधिकारी’!— पाथाखेड़ा पुलिस ने 73 लाख की ठगी टलवाई*
🔹 *साइबर ठगों ने 3 दिन रखा ‘डिजिटल कैद’ में — पुलिस ने होटल से मुक्त कर बचाई रिटायर्ड WCL कर्मचारी की जीवनभर की कमाई*
🔹 *डिजिटल अरेस्ट जैसी कोई प्रक्रिया कानून में नहीं, पुलिस अधीक्षक बैतूल ने की आमजन से सतर्क रहने की अपील —*
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पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री वीरेंद्र जैन द्वारा साइबर ठगी से बचाव हेतु लगातार आम जनता को जागरूक किया जा रहा है इसी क्रम में लगातार विशेष अभियान चलाए जाकर स्कूल कॉलेज एवं सार्वजनिक स्थलों में जागरूकता कार्यक्रम किया जा रहे हैं साथ ही समस्त थाना प्रभारी को ऑनलाइन ठगी साइबर अपराधों में कमी ले जाने हेतु प्रभावी कार्रवाई किए जाने हेतु निर्देशित किया गया था। इसी क्रम मे अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक श्रीमती कमला जोशी, एसडीओपी सारणी सुश्री प्रियंका करचाम एवं थाना प्रभारी सारणी श्री जयपाल इनवाती के मार्गदर्शन में थाना सारणी चौकी पत्थर खेड़ा अंतर्गत डिजिटल अरेस्ट के प्रकरण में पीड़ित की जीवन भर की कमाई को बचाने में महत्वपूर्ण सफलता प्राप्त की गई है।
*घटना का विवरण*
दिनांक 01.12.2025 को सूचना प्राप्त हुई कि *राजेश गेस्ट हाउस बगडोना (थाना सारणी क्षेत्र)* में एक व्यक्ति को साइबर ठगों द्वारा तथाकथित *“डिजिटल अरेस्ट”* में फंसाकर धमकाया जा रहा है। ठग वीडियो कॉल के माध्यम से स्वयं को ईडी व सीबीआई अधिकारी बताकर पीड़ित को गलत लेन-देन के झूठे आरोप में भयभीत कर
रहे थे तथा मामले को दबाने के नाम पर बड़ी धनराशि की मांग कर रहे थे।
*पीड़ित—चैतराम नरवरे, उम्र 64 वर्ष, निवासी अशोका गार्डन भोपाल (रिटायर्ड WCL कर्मचारी)* —अपनी सामाजिक प्रतिष्ठा खराब होने के डर से ठगों के कहने पर पाथाखेड़ा आ गए थे। ठगों ने उन्हें होटल में रुकवाकर परिवारजन व परिचितों से संपर्क करने से भी रोक दिया। पीड़ित अपनी जीवन भर की जमा पूंजी, जो SBI पाथाखेड़ा शाखा में एफडी के रूप में थी, उसे तुड़वाकर ठगों को देने के लिए *बैंक से RTGS फॉर्म* तक लेकर आए थे।
तत्काल सूचना पर चौकी प्रभारी पाथाखेड़ा उप निरीक्षक मनोज कुमार उइके, प्रधान आरक्षक ज्ञानसिंह तेकाम, आरक्षक रविमोहन, आरक्षक राकेश करपे तथा सैनिक सुभाष की टीम राजेश गेस्ट हाउस पहुँची। टीम ने पीड़ित को सुरक्षित बाहर निकालकर विस्तृत रूप से बातचीत की।