मुख्यमंत्री के तल्ख आदेश के बाद कारवाही में भिड़ा खनिज विभाग ,पांच लोगों पर मामला दर्ज
ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल जिले के शाहपुर तहसील क्षेत्र में रेत माफिया द्वारा लगातार नदियों का सीना छलनी कर अवैध उत्खनन की शिकायतों पर मुख्यमंत्री मोहन यादव के तल्ख आदेश के बाद अब जिला प्रशासन की कुम्भकर्णी निंद्रा टूटी है। और अब कहीं खनिज विभाग के अधिकारी खानापूर्ति करने कारवाही कर रहे है। जागरूक नागरिको की शिकायत के बाद खनिज अधिकारी मनीष पालेवार ने चोपना क्षेत्र के ग्राम हिरनघाटी स्थित भडंगा नदी में चल रहे अवैध उत्खनन पर कारवाही की है। जहाँ 5.780 हेक्टेयर क्षेत्र पर बुजडोजर मशीन से खनिज रेत का अवैध उत्खनन करना पाया गया। रेत उत्खनन से निर्मित छोट-छोटे गड्डे पाए गए। इसी के पास रकबा 1.130 हेक्टेयर के अंश भाग पर उक्त क्षेत्र से उत्खनित खनिज रेत मात्रा 1320 घनमीटर का अवैध भण्डारण होना भी पाया गया।
रेत का अवैध उत्खनन करने के मामले में चन्द्रकांत उर्फ छोटू बंगाली निवासी फूलबेरिया, मनीष दत्ता निवासी नूतनडंगा, दीपक घोष निवासी फूलवेरिया, निताई मंडल निवासी धरमपुर, रिंकु राठौर नीम वासी शाहपुर के खिलाफ धारा 379 एवं सार्वजनिक संपत्ति नुकसान अधिनियम की धारा 3 के तहत मामला दर्ज किया गया है।
बता दे कि पिछले दिनों भी कलेक्टर नरेंद्र सूर्यवंशी ने रात्रि में छापामार कार्रवाई करते हुए बुजडोजर, पोकलेन, 32 डंपर समेत रेत का अवैध भंडारण जब्त कराया था। इसके बाद भी रेत माफिया ने अवैध खनन बंद नहीं किया था।
एक बार फिर से प्रशासन की टीम ने क्षेत्र में औचक निरीक्षण करते हुए रेत का अवैध भंडारण पाया गया।खनिज विभाग के द्वारा रेत का अवैध खनन करने वाले पांच लोगों पर मामला दर्ज किया गया है। इसके साथ ही रेत के अवैध भंडारण पर एक करोड़ 16 लाख 76 हजार 750 रुपये का जुर्माना भी अधिरोपित किया गया है।