दिवाली की सुबह जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आई स्प्रेडिंग स्माइल टीम
नीता वराठे
- दिवाली की सुबह जरूरतमंदों के चेहरों पर मुस्कान लेकर आई स्प्रेडिंग स्माइल टीम
- दिवाली पर बांटे कपड़े,जूते, मिठाई और पटाखे
- जरूरतमंदों के चेहरे पर मुस्कान लाने में जुटा स्प्रेडिंग स्माइल ग्रुप
बैतूल। दिवाली के पर्व पर जहां लोग अपने परिवार के साथ खुशियां मना रहे थे, वहीं स्प्रेडिंग स्माइल ग्रुप ने जरूरतमंदों की जिंदगी में खुशियों के रंग भरने का अनोखा कार्य किया। यह ग्रुप समाज में प्रेम, सेवा और समर्पण का बेजोड़ उदाहरण पेश करता है, और इस दिवाली पर स्प्रेडिंग स्माइल ग्रुप ने फिर से साबित कर दिया कि सेवा ही सबसे बड़ा धर्म है।
स्प्रेडिंग स्माइल ग्रुप के सेवा कार्यों को देखते हुए इस दिवाली की सुबह-सुबह जरूरतमंद परिवारों के बीच जाकर मिठाई, कपड़े, जूते-चप्पल, स्वेटर और पटाखों का वितरण किया गया। कार्यक्रम का आयोजन डॉन बॉस्को के पास, माझी नगर, हमलापुर और सोना घाटी क्षेत्र में किया गया, जहां ग्रुप ने जरुरतमंद परिवारों के बच्चों लिए भी त्योहार की खुशियों को साझा किया।
इस सेवा कार्य में समाजसेवी रजनीश जैन और विक्की मिश्रा ने भी अपनी भूमिका निभाई। ग्रुप के संरक्षक अक्षय तातेड ने बताया कि स्प्रेडिंग स्माइल का उद्देश्य गरीबों की मदद करना ही नहीं है, समाज में जरूरतमंद लोगों के बीच में पहुंचकर उन्हें एहसास कराना है कि वह अकेले नहीं हैं। हमारे लिए हर त्यौहार का असली मतलब है किसी की जिंदगी में खुशी का एहसास देना।
ग्रुप के संदीप कौशिक ने इस अवसर पर बताया कि यह सिर्फ हमारी सामाजिक जिम्मेदारी ही नहीं, हमारे दिल की इच्छा भी है कि हम ऐसे लोगों तक पहुंचें जो खुद से यह साधन नहीं जुटा सकते। हमने दिवाली को सही मायनों में मनाने का प्रयास किया है।
इस कार्यक्रम में विशेष रूप से साहिल राठौर, प्रदीप तिलन्ते, निक्की राजपूत, निलेश सरले, नितेश पुंडे, सोनू कुशवाह, सुनील प्रजापति, विक्रम पहाड़े, दीपांशु उपराले , आशु जैन और आकाश निरापूरे उपस्थित थे, जिन्होंने इस सेवा कार्य को सफल बनाने में अहम योगदान दिया।
स्प्रेडिंग स्माइल ग्रुप मानव सेवा के क्षेत्र में सक्रिय होने के साथ ही बेजुबान पशुओं की मदद के लिए भी तत्पर रहता है। इस दिवाली, ग्रुप ने सेवा की भावना से भरपूर होकर यह संदेश दिया कि वास्तविक खुशी दूसरों के चेहरों पर मुस्कान लाने से ही मिलती है। स्प्रेडिंग स्माइल ने दिवाली का पर्व गरीबों और जरूरतमंदों के बीच पहुंचकर उन्हें इस त्योहार का हिस्सा बनाया और इस कार्य से समाज को एक मिसाल पेश की।