scn news india

भारत सरकार द्वारा ट्रेडमार्क पंजीयन

Betul

किसानों एवं सर्वहारा वर्ग की खुशहाली के लिए मां ताप्ती चुनरी पद यात्रा 5 को

Scn News India
फाइल फोटो
फाइल फोटो

ब्यूरो रिपोर्ट 

किसानों एवं सर्वहारा वर्ग की खुशहाली के लिए मां ताप्ती चुनरी पद यात्रा 5 को

प्रतिवर्ष कार्तिक पूर्णिमा को बैतूल से खेड़ी ताप्ती घाट तक हजारों धर्म प्रेमियों के साथ पदयात्रा करते है पूर्व विधायक निलय विनोद डागा

बैतूल। पूर्व विधायक निलय डागा के नेतृत्व में बैतूल से खेड़ी ताप्ती घाट तक निकाली जाने वाली ‘मां ताप्ती चुनरी पदयात्रा’ अब एक जनआस्था का महापर्व बन चुकी है। सवाल सिर्फ परंपरा निभाने का नहीं, बात है उस आस्था की जिसने पूरे जिले को एक सूत्र में बांध दिया है। ये वही यात्रा है जो न सिर्फ मां ताप्ती की महिमा का प्रतीक बन चुकी है, बल्कि किसानों और सर्वहारा वर्ग की खुशहाली की प्रार्थना का माध्यम भी है।
सूर्य पुत्री जीवनदायिनी मां ताप्ती के प्रति अटूट श्रद्धा और भक्ति का प्रतीक चुनरी पदयात्रा इस वर्ष भी आगामी 5 नवंबर को ऐतिहासिक रूप से निकाली जाएगी। पूर्व विधायक निलय डागा के नेतृत्व में लगातार 9वें वर्ष यह धार्मिक यात्रा बैतूल से खेड़ी ताप्ती घाट तक प्रस्थान करेगी। विगत वर्षों में इस पदयात्रा को जिलेभर से मिला अपार समर्थन, श्रद्धा और जनसहभागिता ने इसे जनआस्था का पर्व बना दिया है।
पूर्व विधायक निलय डागा ने बताया कि नर्मदा परिक्रमा यात्रा से प्रेरित होकर उन्होंने इस धार्मिक परंपरा की शुरुआत की थी। तब से लेकर अब तक यह यात्रा लगातार श्रद्धा, भक्ति और सामूहिक आस्था का प्रतीक बन गई है। उन्होंने कहा कि चुनरी पदयात्रा का मुख्य उद्देश्य मां ताप्ती से जिले के किसानों और सर्वहारा वर्ग की खुशहाली, समृद्धि और कल्याण की कामना करना है।
कार्तिक पूर्णिमा के पावन अवसर पर यह पदयात्रा 5 नवंबर को सुबह 7 बजे कोठी बाजार लल्ली चौक स्थित प्राचीन शिव मंदिर से प्रारंभ होगी। श्रद्धालु यहां से थाना चौक, टिकारी अखाड़ा चौक, कारगिल चौक, सदर ग्राम दनोरा, भडूस, महदगांव, डहरगांव, खेड़ी सांवलीगढ़ होते हुए दोपहर 2 बजे ताप्ती घाट पहुंचेंगे। मां ताप्ती को चुनरी अर्पित कर श्रद्धालु जिले की समृद्धि और सुख-शांति की प्रार्थना करेंगे।
निलय डागा ने बताया कि यह यात्रा पूरी तरह विशुद्ध धार्मिक भावना से निकाली जाती है। उन्होंने कहा कि पिछले आठ वर्षों से यह यात्रा जिले में धार्मिक एकता और सामाजिक समरसता का प्रतीक बनी हुई है। डागा ने जिलेवासियों से अपील की है कि वे सपरिवार इस आस्था यात्रा में सम्मिलित होकर मां ताप्ती का आशीर्वाद प्राप्त करे ।