
ब्यूरो रिपोर्ट
सारनी। सतपुड़ा कांट्रेक्टर एशोसिएशन की बैठक में निर्णय लिया गया कि
पावर प्लांट निर्माण में स्थानीय ठेकेदारों को अपनी-अपनी क्षमता अनुसार कार्य मिले। इसके लिए सतपुड़ा कांट्रेक्टर एशोसिएशन की टीम भाजपा प्रदेशध्यक्ष हेमंत खंडेलवाल,क्षेत्रिय विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे से स्थानी ठेकेदारों को कार्य में पहली प्राथमिकता मिले इसके लिए चर्चा करेंगे।
सतपुड़ा कांट्रेक्टर एशोसिएशन मप्र पावर जनरेटिंग कंपनी के एमडी मंजित सिंह और भेल के साईड इंचार्ज से मुलाकात कर अपनी बात रखेंगे।

सतपुड़ा कांट्रेक्टर एशोसिएशन की बैठक मंगलवार वरुण रेस्टोरेंट में हुई। बैठक में सर्व प्रथम नगर देवता बाबा मठारदेव की जयघोष के बार परिचर्चा शुरु हुई। परिचर्चा में एक स्वर में उपस्थित ठेकेदारों ने कहा कि स्थानीय ठेकेदार बीते 40 सालों से पावर प्लांट में कार्य कर रहे हैं। पीएच एक की 312.5 क्षमता की 62.5 मेगावाट की पांच और 830 क्षमता की चार युनिट बंद होने से स्थानीय ठेकेदारों रोजी रोटी के गंभीर संकट से जूझ रहे हैं।
फरवरी-मार्च में 660 मेगावाट क्षमता की नवीन बिजली इकाई का निर्माण कार्य शुरु हो जाएंगा। उक्त निर्माण कार्य में सर्व प्रथम स्थानीय ठेकेदारों को काम मिले इसके बाद अन्य ठेकेदारों को कार्यो का विभाजन किया जाए। यदि भारत हेवी इलेक्ट्रिकल लिमीटेड की वेंडर कंपनियां स्थानीय ठेकेदारों की रोजगार मूलक समस्याओं की अनदेखी करेंगी तो उनके कार्यो में हर तरफ से बाधा उत्पन करने के साथ कार्य नहीं करने दिया जाएंगा ऐसा निर्णय सर्व सम्मति से बैठक में लिया गया है।
गौरतलब रहे कि सतपुड़ा कांट्रेक्टर एशोसिएशन की बैठक में लिए गए निर्णय की प्रति मुख्यमंत्री मोहन यादव,उर्जा मंत्री प्रद्युम्मन सिंह तोमर, एमडी मंजित सिंह,क्षेत्रिय विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे,कलेक्टर नरेंद्र, मुख्य अभियंता व्हीके कैथवार, सूर्यवंशी,पुलिस अधिक्षक विरेंद्र जैन भेल के साईड इंचार्ज एसके मिश्रा,थाना प्रभारी जयपाल इंवाती को बैठक के निर्णय की प्रति उपलब्ध कराई जाएंगी।
सनद रहे कि नवीन बिजली इकाई के निमार्ण कार्य में सारनी आने वाली कंपनियों को स्थानीय स्तर पर हर संभव मदद की जाएंगी बस ठेकेदारों की एक ही शर्त है कि स्थानीय ठेकेदारों को पहली प्राथमिकता दी जाए।





