वन परिक्षेत्र कार्यालय में रिश्वत लेने वाले रेंजर और डिप्टी रिश्वत लेते गिरफ्तार
ब्यूरो रिपोर्ट
भोपाल लोकायुक्त की टीम ने वन परिक्षेत्र इटारसी कार्यालय में रिश्वत लेने वाले रेंजर श्रेयांश जैन और डिप्टी रेंजर राजेंद्र कुमार नागवंशी को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है। दोनों टीपी तथा हैमर की अनुमति देने के बदले में शिकायत कर्ता लोकेंद्र सिंह पटेल से 19 हजार रुपए की मांग कर रहे थे । जिसके बाद पीड़ित ने भोपाल लोकायुक्त में शिकायत दर्ज करवाई थी। शिकायतकर्ता लोकेंद्र सिंह पटेल ने बताया कि,वो पेशे से अधिवक्ता हैं और इटारसी का ही रहने वाला है। उसके ग्राम दमदम में 35 एकड़ कृषि भूमि है जिस पर एक मेड़ पर लगे सागौन के 7 पेड़ पिछले दिनों चली आंधी में गिर गए थे। इन पेड़ों को काटने की विधिवत अनुमति ग्राम पंचायत से प्राप्त करने के बाद वन विभाग से TP तथा हैमर की अनुमति ली जानी थी।
शिकायतकर्ता लोकेंद्र ने वन परिक्षेत्र इटारसी के कार्यालय में अनुमति लेने के लिए 28 मार्च 2024 को आवेदन प्रस्तुत किया था। तभी से डेप्युटी रेंजर राजेंद्र कुमार नागवंशी आवेदक लोकेंद्र से टीपी जारी करने के लिए 19 हजार रुपए अपने खुद के लिए और अपने अधिकारियों के लिए मांग रहे थे जबकि इन कामों के लिए बहुत ही नॉमिनल शुल्क की रसीद कटती है।
जिससे परेशान होकर अधिवक्ता लोकेंद्र सिंह पटेल ने पुलिस अधीक्षक मनु व्यास को भोपाल आकर शिकायत की। उन्होंने तत्काल कार्यवाही करने के लिए टीम को नियुक्त की जिसमे इंस्पेक्टर रजनी तिवारी, इंस्पेक्टर घनश्याम सिंह मर्सकोले, प्रधान आरक्षक राजेंद्र पावन, प्रधान आरक्षक मुकेश पटेल, आरक्षक मनमोहन साहू,हेमेंद्र शामिल रहे।
और लोकायुक्त टीम ने जाल बिछा कर योजना बध्द तरीके से डेप्युटी रेंजर नागवंशी को 12000 रुपयों की रिश्वत लोकेंद्र से लेते हुए पकड़ा लिया । इसके बाद डेप्युटी रेंजर राजेंद्र नागवंशी ने फोन कर रेंजर श्रेयांश जैन को उनके हिस्से के पैसे देने के बारे में बात की। तब योजनबद्ध तरीके से रेंजर श्रेयांश जैन को रिश्वत के 5000 रुपए आरोपी राजेंद्र कुमार नागवंशी से लेने पर पकड़ा गया है । दोनी पर भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम की धारा 7 के तहत प्रकरण कायम किया गया है।