नर्सिंग कॉलेज घोटाले को छुपाने के लिए आनन-फानन में कॉलेज सील करना दुर्भाग्यपूर्ण: अमन खान
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
बैतूल। मध्यप्रदेश सरकार ने प्रदेश के 66 नर्सिंग कॉलेजों को सील करने का आदेश जारी किया। आदेश के तहत बैतूल जिले में भी मंगलवार को कलेक्टर द्वारा इन कॉलेजों को सील कर दिया गया, जिससे छात्रों के भविष्य पर सीधा असर पड़ रहा है। भारतीय राष्ट्रीय छात्र संगठन (एनएसयूआई) के जिला बैतूल के चिचोली ब्लॉक अध्यक्ष अमन खान ने इस मामले में सरकार की आलोचना की है।
अमन खान का कहना है कि इतने आनन-फानन में नर्सिंग कॉलेजों को सील करने की आवश्यकता क्या थी। उन्होंने सवाल उठाया कि सीबीआई जांच के अधिकारी ही इस घोटाले में शामिल हो चुके थे, फिर भी कार्रवाई में इतनी तेजी क्यों दिखाई गई। अमन खान ने बताया कि अगर पूर्व सीबीआई अधिकारी राहुल राज से जांच कराई जाए तो कई मंत्री और पूर्व मंत्री, मध्यप्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय के अधिकारी दोषी साबित हो सकते हैं।
अमन खान ने सरकार से मांग की है कि वह यह सुनिश्चित करे कि जिन नर्सिंग कॉलेजों को सील किया गया है, उन छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा कहां होगी और उनके आगे की पढ़ाई के लिए क्या मापदंड तैयार किए गए हैं। उन्होंने कहा कि यह कदम सीधे तौर पर छात्रों के भविष्य के साथ खिलवाड़ है और सरकार को इस पर विचार करना चाहिए।
यह मामला तब सामने आया जब सरकार ने प्रदेश भर के 66 नर्सिंग कॉलेजों को सील करने का आदेश जारी किया। कलेक्टरों द्वारा इन कॉलेजों को सील कर दिया गया, जिससे हजारों छात्रों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। अमन खान ने इस मुद्दे पर सरकार की निंदा करते हुए कहा कि यह कदम घोटाले को छुपाने के लिए उठाया गया है, और यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि छात्रों की शिक्षा के साथ समझौता किया जा रहा है।
— निर्णय पर पुनर्विचार किया जाए —
अमन खान ने कहा छात्रों के भविष्य को ध्यान में रखते हुए सरकार को नर्सिंग कॉलेजों की सीलिंग के इस निर्णय पर पुनर्विचार करना चाहिए। साथ ही, छात्रों की प्रायोगिक परीक्षा और आगे की पढ़ाई के लिए उचित व्यवस्था सुनिश्चित की जानी चाहिए ताकि उनकी शिक्षा प्रभावित न हो। अमन खान के अनुसार, घोटाले की पूरी जांच की जानी चाहिए और दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।