इस बार 25 हजार सैनिकों को बंधेगी तिरंगा राखी
वरिष्ठ महिला पत्रकार गौरी बालापुरे ‘पदम्’
- इस बार 25 हजार सैनिकों को बंधेगी तिरंगा राखी
- पहले ही दिन कुनबी समाज की महिलाओं ने बनाई 2500 राखियां
- सरहद पर जाने वाली बेटियों के राष्ट्र रक्षा मिशन की सफलता के लिए एकजुट होने लगा बैतूल
- मिशन का रजत जयंती वर्ष होगा विशेष, 24 वर्षों में देश की हर दिशा के अंतिम छोर तक पहुंची बेटियां
कारगिल विजय के बाद बैतूल की बेटियों ने सरहदों पर तैनात सैनिकों की हौसलाअफजाई के लिए लिया संकल्प अनवरत राष्ट्र रक्षा मिशन के रुप में निभाया जा रहा है। बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति के राष्ट्र रक्षा मिशन का यह 25 वां वर्ष है और समिति के रजत जयंती वर्ष तक के सफर को याद करते हुए पूरा बैतूल जिले की बेटियों के सरहद की ओर बढ़ते कदमों पर गर्व कर रहा है। भले ही अभी रक्षा बंधन पर्व को करीब डेढ़ महीने का समय है लेकिन रजत जयंती वर्ष को विशेष बनाने के लिए कार्यक्रमों का आयोजन शुरु हो गया है। इस बार क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज महिला संगठन आमची माती आमची संस्कृति ने राष्ट्र रक्षा मिशन 2024 का आगाज सैनिकों के लिए राखी बनाने के साथ किया। 6 जुलाई शनिवार को नेहरु पार्क में संगठन की महिलाओं ने सामूहिक रुप से तिरंगा राखी बनाने का कार्यक्रम आयोजित किया और एक ही दिन में 25 सौ राखियों का निर्माण कर मिसाल कायम की। इस कार्यक्रम में नगर पालिका अध्यक्ष पार्वती बाई बारस्कर विशेष रुप से महिलाओं की हौसलाअफजाई के लिए पहुंची। इस अवसर पर श्रीमती बारस्कर ने कहा कि बैतूल का यह मिशन पूरे देश में पहुंच चुका है। यह सेना की हौसलाअफजाई की परम्परा है जो बैतूल की बेटियां निभा रही है। राष्ट्र रक्षा मिशन ने बैतूल को अलग पहचान दी है।
देशभक्ति के रंगों में रंगा पार्क
क्षत्रिय लोनारी कुनबी समाज महिला संगठन आमची माती आमची संस्कृति के पदाधिकारी अध्यक्ष सिद्धलता महाले, उपाध्यक्ष सुनीता देशमुख, सह उपाध्यक्ष संगीता चढोकार, सचिव ज्योति बारस्कर, सह सचिव अलका वागद्रे, कोषाध्यक्ष वंदना पंडाग्रे, सह कोषाध्यक्ष दीपिका वागद्रे, संयुक्त सचिव दुर्गा दवंडे के नेतृत्व में दोपहर 12 बजे करीब एक सैकड़ा महिलाएं राखी बनाने के लिए नेहरु पार्क पहुंची। तिरंगे के केसरिया, सफेद, हरे एवं नीले रंगों के साथ सुनहरे मोतियों का समावेश कर हर साल की तरह तिरंगा राखियां बनाई गई। खास बात यह थी कि महिलाएं तिरंगा थीम के ड्रेस कोड में नेहरु पार्क पहुंची और तिरंगा राखियां बनाई। ड्रेस कोड एवं तिरंगा राखियों की वजह से पूरा नेहरु पार्क देशभक्ति के रंगों में रंगा हुआ नजर आ रहा था।
तीन घंटे में 2500 राखियों का निर्माण
कुनबी समाज की महिलाओं ने 6 जुलाई को मात्र तीन घंटे में 2500 राखियां बनाई। यह राखिया नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती पार्वती बाई बारस्कर की मौजूदगी में समाज की महिला संगठन अध्यक्ष सिद्धलता महाले एवं अन्य पदाधिकारियों ने बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति की अध्यक्ष गौरी पदम, कोषाध्यक्ष जमुना पंडाग्रे, सचिव भारत पदम, सह सचिव ईश्वर सोनी, सदस्य मेहर प्रभा परमार, प्रचिति कमाविसदार, रेखा अतुलकर, सरिता अतुलकर, प्रिंयका पंडोले, प्रीति सोनी, नव्या अतुलकर, चेताली गौर, उषा अतुलकर, वंदना पंडागे्र को सौंपी। गौरी पदम ने बताया कि इस बार 25 हजार से अधिक सैनिकों सरहदी बहनों द्वारा राखी पोस्ट के माध्यम से भेजी जाएगी। इसके अलावा राष्ट्र रक्षा मिशन 2024 के तहत विभिन्न आयोजन पूरे जिले में किए जाएंगे। उन्होंंने प्रतिवर्ष बैतूल जिले, प्रदेश, देश के विभिन्न प्रंातों से मिलने वाले सहयोग एवं प्रोत्साहन के लिए कृतज्ञता व्यक्त की एवं इलेक्ट्रानिक एवं प्रिंट मीडिया का आभार मानते हुए कहा कि मीडिया की वजह से ही बैतूल की बेटियों का समाज से सीमा को और सीमा को समाज से जोडऩे का संकल्प से देशवासी अवगत हो सके है।