देर से जागी नगर पालिका -किया बारिश में कीटनाशक का छिड़काव
भारती भूमरकर
डेंगू एवं मलेरिया को लेकर घर-घर सर्वे कर रही नगर पालिका, पुराने टायर, मटके और कूलर से कर रहे लार्वा नष्ट
सारनी। बारिश के दौरान मच्छर जनित बीमारियों के खतरे को देखते हुए नगर पालिका परिषद सारनी के सफाई मित्र घर-घर जाकर सर्वे कर रहे हैं। सर्वे के दौरान घरों के आस-पास पुराने टायरों, बेकार पड़े मटके और कूलरों में लार्वा मिल रहा है। नगर पालिका कर्मचारी इन्हें नष्ट कर रहे हैं।
यही कार्य यदि मानसून पूर्व यानी 15 दिनों पहले शुरू होता तो कारगर होता। हालांकि देर आये दुरुस्त आये। इसी के साथ वार्डो की गलियों में उग आई झाडिया गाजर घास को भी उखाड़ने की जरूरत है। जगह जगह जो वार्डो में नजर आ रही है।
बारिश के दौरान जगह-जगह पानी जमा होने की स्थिति में मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। इसे रोकने के लिए नगर पालिका घर-घर सर्वे कर रही है। नगर पालिका के स्वच्छता निरीक्षक केके भावसार ने बताया कि घरों में कूलर, बाहर पानी से भरे गड्ढों, बेकार पड़े मटके, पुराने टायरों समेत अन्य बर्तनों में डेंगू एवं मलेरिया का लार्वा पनपने का इस मौसम में ज्यादा खतरा रहता है। इसे देखते हुए नगर पालिका की टीम घर-घर सर्वे कर रही है। सर्वे में कई घरों में लार्वा मिला। इसे नष्ट किया जा रहा है। निकाय क्षेत्र के सभी 36 वार्डों में एक साथ सर्वे का काम किया जा रहा है। सारनी, पाथाखेड़ा एवं शोभापुर सेक्टरों में अलग-अलग टीमें तैयार कर सर्वे कर लार्वा नष्ट किया जा रहा है। इसके अलावा विशेष सफाई अभियान चलाकर नालों, नालियों की सफाई की जा रही है। नालियों में मच्छररोधी दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। यह अभियान सतत जारी है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. मेश्राम ने बताया कि मच्छरों से रोकथाम के लिए आम लोगों का सहयोग भी जरूरी है। उन्होंने कहा कि शाम के समय घरों में नीम की पत्तियों का धुआं करने, जाली वाले दरवाजे बंद रखने एवं ज्यादा दिनों तक बर्तनों या टाकों में पानी इकट्ठा ना होने दें। इससे प्रारंभिक रूप से ही मच्छरों से बचा जा सकता है। मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने बताया कि मच्छरों की रोकथाम के लिए नालियों में मच्छररोधी पाउडर डालने के निर्देश दिए गए हैं।