ताजा अपडेट -बंगाल की खाड़ी सहित समुद्र में उथल-पुथल -जानें पूरे देश के मौसम का हाल
देश के कई इलाकों में पारा सामान्य से अधिक, जानें पूरे देश के मौसम का हाल
पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और बिहार में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट के हवाले से कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में, राजस्थान को छोड़कर न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है।
देश के अधिकांश हिस्सों में न्यूनतम तापमान जस का तस बना हुआ है इसमें कोई बहुत बड़ा दबलाव नहीं देखा जा रहा है। पश्चिमी राजस्थान, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली और बिहार में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी ऊपर रिकॉर्ड किया जा रहा है। वहीं, उत्तर प्रदेश, पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल में भी न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस अधिक बना हुआ है।
हालांकि मौसम विभाग की मानें तो 29 नवंबर से एक नया पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने का अनुमान है, इसके चलते पश्चिमी हिमालयी इलाकों का मौसम बदल सकता है और तापमान में भी गिरावट आ सकती है।
वहीं, पश्चिमी मध्य प्रदेश, पश्चिम बंगाल में गंगा के तटीय इलाकों और तेलंगाना के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान सामान्य से तीन से पांच डिग्री सेल्सियस, यानी काफी नीचे दर्ज किया जा रहा है। तटीय कर्नाटक, कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों, पूर्वी राजस्थान, मराठवाड़ा, विदर्भ, सौराष्ट्र और कच्छ के अलग-अलग हिस्सों में न्यूनतम तापमान में सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा रही है।
मौसम विभाग ने अपने ताजा अपडेट के हवाले से कहा है कि अगले पांच दिनों के दौरान उत्तर-पश्चिम भारत में, राजस्थान को छोड़कर न्यूनतम तापमान में धीरे-धीरे दो से तीन डिग्री सेल्सियस की गिरावट आने का अनुमान है। जबकि अगले चार दिनों के दौरान महाराष्ट्र में न्यूनतम तापमान में दो से डिग्री सेल्सियस की कमी आने के आसार हैं। जबकि अगल कुछ दिनों तक देश के बाकी हिस्सों में न्यूनतम तापमान में कोई बहुत बड़ा बदलाव होने के आसार नहीं दिख रहे हैं।
वहीं दिल्ली और एनसीआर में अधिकतम तापमान में कोई बड़ा बदलाव नजर नहीं आ रहा है, जबकि न्यूनतम तापमान में दो डिग्री सेल्सियस तक की वृद्धि रिकॉर्ड की गई है। दिल्ली में अधिकतम तापमान 27 से 29 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 11 से 14 डिग्री सेल्सियस के बीच बना हुआ है। अधिकतम तापमान सामान्य से दो से तीन डिग्री सेल्सियस ऊपर और न्यूनतम तापमान सामान्य से एक से तीन डिग्री सेल्सियस ज्यादा रिकॉर्ड किया गया है।
देश भर में अधिकतम और न्यूनतम तापमान संबंधी मौसम विभाग का अपडेट देखें तो कल, तटीय कर्नाटक के कारवार में अधिकतम तापमान 36.4 डिग्री सेल्सियस रहा। वहीं कल, देश के मैदानी इलाकों में पश्चिमी उत्तर प्रदेश के सरसावा में न्यूनतम तापमान 10.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
देश की राजधानी में सुबह के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार के आठ किमी प्रति घंटे से कम रहने की संभावना है। सुबह के समय धुंध व हल्के से मध्यम कोहरा छाए रहने की आशंका जताई गई है। दोपहर के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं के गति बढ़कर 12 किमी प्रति घंटे तक पहुंच जाएगी। शाम और रात के समय उत्तर-पश्चिम दिशा से चलने वाली हवाओं की रफ्तार एक बार फिर घटकर आठ किमी प्रति घंटे से कम हो जाएगी, जिसकी वजह से शाम और रात में धुंध व हल्का कोहरा छाए रहने के आसार हैं।
कोहरे का कहर और दृश्यता में कमी
मौसम विभाग के द्वारा जारी पूर्वानुमान के मुताबिक, 30 नवंबर तक हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में, 28 से 30 नवंबर के दौरान पंजाब और हरियाणा, चंडीगढ़ में और 28 नवंबर से एक दिसंबर के दौरान उत्तर प्रदेश के अलग-अलग इलाकों में सुबह के समय घना कोहरा छाया रह सकता है। वहीं कल शाम से हिमाचल प्रदेश के अलग-अलग इलाकों, पूर्वी उत्तर प्रदेश और बिहार में घना कोहरा छाया हुआ है।
कोहरे के चलते देश के कई इलाकों में दृश्यता में कमी दर्ज की गई है, आज सुबह हिमाचल प्रदेश के मंडी में दृश्यता 500 मीटर, पूर्वी उत्तर प्रदेश के बलिया में दृश्यता 500 मीटर, बिहार के मुजफ्फरपुर में दृश्यता 500 मीटर, असम और मेघालय के हाफलोंग में दृश्यता 500 मीटर, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम के दार्जिलिंग में दृश्यता 500 मीटर रिकॉर्ड की गई।
तूफानी गतिविधि के चलते भयंकर बारिश के आसार
दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और इससे सटे पूर्वी भूमध्यरेखीय हिंद महासागर पर बने दबाव के चलते आज, तमिलनाडु, पुडुचेरी और कराईकल के अलग-अलग हिस्सों में वज्रपात होने तथा तूफानी हवाओं के साथ बहुत भारी से भयंकर बारिश की आशंका जताई गई है, इन हिस्सों में 20 सेमी (200 मिमी) से अधिक बरस सकते हैं बादल।
वहीं आज, केरल और माहे तथा तटीय आंध्र प्रदेश और यनम के अलग-अलग इलाकों में गरज के साथ बादलों के जमकर बरसने के आसार हैं, इन सभी राज्यों में सात सेमी (70 मिमी) या उससे अधिक बारिश हो सकती है।
समुद्र में उथल-पुथल
तूफानी गतिविधि के चलते आज दक्षिण केरल तट, मन्नार की खाड़ी, कोमोरिन क्षेत्र, दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी और दक्षिण-पूर्व तथा पश्चिम मध्य बंगाल की खाड़ी से सटे हिस्सों, श्रीलंका तट, तमिलनाडु, पुडुचेरी और दक्षिण आंध्र प्रदेश के तटों पर 35 से 45 किमी प्रति घंटे की दर से चलने वाली तूफानी हवाओं के और तेज होकर 55 किमी प्रति घंटे की दर तक पहुंचने के आसार हैं।
वहीं आज, दक्षिण-पश्चिम और पश्चिम-मध्य बंगाल की खाड़ी के कई इलाकों तथा समुद्र तट के पास 45 से 55 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली भयंकर तूफानी हवाओं में इजाफा होकर 65 किमी प्रति घंटे की रफ्तार में तब्दील होने की आशंका जताई गई है।
आज, श्रीलंका तट से दूर दक्षिण-पश्चिम बंगाल की खाड़ी के कुछ हिस्सों में 55 से 65 किमी प्रति घंटे की गति से चलने वाली भयंकर तूफानी हवाओं के और तेज होकर 75 किमी प्रति घंटे की गति तक पहुंचने का अंदेशा जताया गया है।
भयंकर तूफानी हवाओं को देखते हुए मौसम विभाग ने मछुआरों को इन इलाकों में मछली पकड़ने या किसी तरह के व्यापार से संबंधित काम के लिए न जाने की चेतावनी जारी की है।
कल कहां हुई बारिश और कहां पड़ी गरज के साथ बौछारें?
कल, 25 नवंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के कुछ हिस्सों, केरल और माहे के अलग-अलग इलाकों में बारिश हुई या गरज के साथ बौछारें पड़ी।
कल कहां कितने बरसे बादल?
कल, 25 नवंबर को अंडमान और निकोबार द्वीप समूह के माया बंदर में 1 सेमी तथा नानकॉरी में 2 सेमी बारिश दर्ज की गई।