सक्सेस स्टोरी -डोर टू डोर पापड़ बेचने से अवॉर्ड विनिंग डिजिटल एजेंसी बनाने तक का सफर और e Book लांचिंग के सुनहरे पल की प्रेरणावर्धक कहानी
- 11 साल के उद्यमी के डोर टू डोर पापड़ बेचने से अवॉर्ड विनिंग डिजिटल एजेंसी बनाने तक का सफर
- और e Book लांचिंग के सुनहरे पल की प्रेरणावर्धक कहानी
ये कहानी है राहुल कुमार जैन की जिन्होंने अपनी धर्मपत्नी सुनीता जैन के साथ अरिहंत ग्लोबल का परचम पूरे भारत वर्ष में पहराया वो भी नैतिकता, ईमानदारी, नई सोच,और अपने शानदार अनुभव से!
11 साल पहले, सीकर (राजस्थान) के एक छोटे से मोहल्ले में, राहुल और सुनीता ने एक सपना देखा—अपने छोटे व्यवसाय अरिहंत ग्लोबल को देशभर में पहचान दिलाने का।
शुरूआत मामूली थी—आउटसोर्सिंग कंपनी के रूप में दूसरी कंपनी के लिए सेल्स मार्केटिंग करना और अनुभव से उसे नया आयाम देना , उनके व्यवहार, रिलेशनशिप स्किल, बातचीज कला से हजारों ग्राहक पूरे देश भर से अपने पार्टनर बिजनेस को दी और उस अनुभव ने उन्हें अनूठा करने के पहल कराई!
धीरे-धीरे उन्होंने डिजिटल मार्केटिंग और तकनीकी सेवाओं में कदम रखा, क्योंकि वे MSME के लिए डिजिटल बदलाव की जरूरत को समझ चुके थे, और कोविड के बाद एक अच्छी टीम बनाकर उसका नेतृत्व करते अपने व्यवसाय को एक नई पहचान दी, काफी उद्यमी कार्यक्रम, यूनिवर्सिटी, कॉलेज में स्पीकर के रूप में अपनी पहचान बनाई।
राहुल और सुनीता ने MSMEs की मदद के लिए “डिजिटल मार्केटिंग, ब्रांडिंग, मोबाइल एडवरटाइजिंग” की अवधारणा विकसित की।
यह सामान्य सेवा नहीं, बल्कि उनकी कस्टमाइज्ड डिजिटल सेवाएं थीं, जो व्यवसायों को बढ़ाने में मदद करती थीं। वे ग्राहकों के लिए वेबसाइट बनाते, सोशल मीडिया प्रबंध करते, वीडियो, ग्राफिक्स बनाए, कंटेंट मार्केटिंग करते, डेटा पे मार्केटिंग कैंपेन करते और मार्केटिंग की रणनीतियां तैयार करते, जो उनके ग्राहकों को बेहतरीन रिजल्ट वो भी कम समय में दे पाए।
शुरुआत में काफी चुनौतियां आईं, स्टाफ के लगातार छुट्टी लेने से, काम छोड़ने, वित्तीय समस्याओं के चलते काम भी काफी प्रभावित हुआ।
ऐसे कई असफलता के पल थे जिन्होंने इस मिशन में उनके धैर्य, लचीलेपन और विश्वास की परीक्षा ली। फिर भी, इन सबके बीच, उन्होंने #कभी_नहीं_हारने_वाला_रवैया कायम रखा।
यही रवैया है जिसने हर समस्या को वापसी की तैयारी में बदल दिया। इसने उनकी दृष्टि को बहाल किया, उनके उद्देश्य को साकार किया और उन्हें बनाया जो वो आज हैं- एक संपन्न गतिशीलता और डिजिटल मार्केटिंग एजेंसी।
उनकी टीम ने हमेशा समस्याओं को समझा, उन्हें प्रेरित किया और कंपनी में एक मजबूत कार्य संस्कृति विकसित की। सुनीता ने नैतिकता और विश्वास के साथ ग्राहकों को सेवा देने पर जोर दिया और क्रिएटिविटी का जिम्मा संभाला।
MSMEs के साथ उनका रिश्ता गहराने लगा। डॉक्टर, अस्पताल, शैक्षणिक संस्थाएं, छोटे व्यापारी, ज्वैलर्स, औद्योगिक एरिया और स्थानीय उत्पादकों ने उनकी सेवाओं का फायदा उठाया।
अरिहंत ग्लोबल ने सिर्फ व्यवसाय को बढ़ावा नहीं दिया, बल्कि इन छोटे उद्यमों को डिजिटल दुनिया से जोड़ा।
आज, अरिहंत ग्लोबल एक अवार्ड-विनिंग कंपनी बन चुकी है। उनके संघर्ष और नैतिकता की कहानी MSME के लिए एक प्रेरणा है।
राहुल और सुनीता
का सपना अब हजारों छोटे व्यवसायों के लिए नई संभावनाओं का द्वार बन चुका है।
“हर छोटा कदम, बड़ा बदलाव लाता है। अरिहंत ग्लोबल का सफर इस बात का सबूत है कि अगर मेहनत और विश्वास साथ हों, तो आप कुछ भी हासिल कर सकते हैं।”
आज, यह कहते हुए गर्व अनुभव हो रहा है कि उनके ग्राहक ही उनके लिए सबसे अच्छी मार्केटिंग करते हैं क्योंकि वो अपने काम में 110% देते है,
जिस चीज़ ने उन्हें वास्तव में अलग किया है वह विकास के प्रति उनकी अटूट प्रतिबद्धता है – न केवल संख्या में बल्कि विकास 💹 मानसिकता में।
पहले दिन से, उन्होंने कर्मचारी प्रशिक्षण, प्रेरक विकास और नैतिक प्रक्रियाओं को प्राथमिकता दी है वो भी पूरे ससम्मान काम की जिम्मेदारी के साथ। ये मूल मूल्य ही उनकी सफलता की नींव रही हैं।
वो अपनी टीम की ग्रोथ के लिए रोजाना लीड प्रोग्राम चलाते है ताकि वो अवसर को पहचाने और अपना सर्वश्रेष्ठ दे पाए, साथ में सुबह प्राथना, मेडिटेशन, योग और हसी मजाक के पल के साथ दिन की शुरुआत करते है ब्रेन स्टोरमिंग सेशन के साथ,
अभी हाल ही में कंपनी को कई पुरस्कार, सामाजिक कार्य में उत्कृष्ट योगदान के लिए प्रशंसा पत्र, डिजिटल अवार्ड्स और दिसंबर माह में अरिहंत_ग्लोबल ने गर्व से अपनी नवीनतम रचना का अनावरण किया – एक परिवर्तनकारी ई-पुस्तक, जिसे दूरदर्शी श्री त्रिलोक चंद जैन ने लिखा है।, *अब जो अमेज़न पर भी उपलब्ध है!
यह अभूतपूर्व पाठ एमएसएमई में क्रांति लाने में डिजिटल मार्केटिंग की अविश्वसनीय क्षमता को दिखाता है, यह दर्शाता है कि कैसे छोटे और मध्यम व्यवसाय आज के डिजिटल-पहले युग में तेजी से विकास कर सकते हैं।
💡 अरिहंत ग्लोबल: सीमाओं से परे परिवर्तन लाना
अरिहंत ग्लोबल में, वो सिर्फ व्यवसायों का समर्थन नहीं करते हैं – वो हर कदम पर उनके साथ चलते हैं। यह पुस्तक अनुकूलित रणनीतियों, नवोन्मेषी समाधानों और व्यवसाय वृद्धि को बढ़ावा देने वाले कारकों की गहरी समझ के माध्यम से ग्राहकों के लिए 110% मूल्य प्रदान करने की प्रतिबद्धता को दर्शाती है।
इन पृष्ठों के अंदर, आप पाएंगे:
अरिहंत ग्लोबल के सहयोग से अपने सपनों को साकार करने वाले व्यवसायों की वास्तविक दुनिया की सफलता की कहानियाँ।
व्यावहारिक डिजिटल मार्केटिंग रणनीतियाँ जो विभिन्न उद्योगों में एमएसएमई को बदल रही हैं।
नवाचार, नैतिकता और बेजोड़ उत्कृष्टता के साथ व्यवसायों को सशक्त बनाने के लिए समर्पण।
यह पुस्तक आपकी शेल्फ पर स्थान पाने की हकदार क्यों है:
✅ जानें कि कैसे एमएसएमई नई ऊंचाइयों को छूने के लिए अत्याधुनिक डिजिटल मार्केटिंग को अपना रहे हैं।
✅ उन मूल्यों को उजागर करें जो अरिहंत ग्लोबल को विकास में एक विश्वसनीय भागीदार बनाते हैं: पारदर्शिता, नैतिकता और ग्राहक की सफलता।
✅ अरिहंत ग्लोबल के नेतृत्व में लचीलेपन, नवीनता और प्रभावशाली परिवर्तन की कहानियों से प्रेरित हों।
👉🏻इसे किसे पढ़ना चाहिए?*
एमएसएमई मालिक अपने कारोबार को बढ़ाने के लिए तैयार हैं।
विपणन के प्रति उत्साही ताज़ा, सिद्ध रणनीतियों की तलाश में हैं।
व्यवसायिक नेता जो नवाचार और डिजिटल परिवर्तन को महत्व देते हैं।
अरिहंत ग्लोबल में, वो सिर्फ व्यवसायों को आकार नहीं दे रहे हैं – वे भविष्य को सशक्त बना रहे हैं। इस ई-पुस्तक के साथ, उनका लक्ष्य जुनून और विशेषज्ञता को व्यापक दर्शकों तक पहुंचाना है, जिससे हर कोई डिजिटल मार्केटिंग की शक्ति से लाभ उठा सके।
खोज करना। परिवर्तन. सफल होना।
💻 अरिहंत ग्लोबल- आपके डिजिटल भविष्य को सशक्त बनाना।
💫कवर पेज नाम:💫
Enabling MEMSs to Scale up: Arihant Global story:
डिजिटल परिवर्तन के माध्यम से व्यवसाय का अस्तित्व और विकास (व्यवसाय प्रबंधन और उद्यमिता पुस्तक 8)
पुस्तक 8 में से 8: व्यवसाय प्रबंधन और उद्यमिता।
वो ग्राहक नहीं दोस्त बनाते है, यही वजह है कि बिना सेल्स टीम के भी उनके पास प्रोजेक्ट की कमी नहीं है,
तो आइए आप भी जुड़े और अपनो को भी जोड़े, और अपने व्यवसाय को अरिहंत ग्लोबल के साथ डिजिटल प्रचार प्रसार करे ।
कंपनी के निर्देशक राहुल जैन का मानना है
एक कदम हम बढ़ाए, क्यू न साथ इसे मंजिल बनाए!