ओम आयुर्वैदिक मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी और शिक्षक नागरिकों का कर रहे “प्रकृति परीक्षण”
नीता वराठे
बैतूल। ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज एण्ड हॉस्पिटल के विद्यार्थी और शिक्षकों के द्वारा बैतूल जिले के नागरिकों का “प्रकृति परीक्षण” किया जा रहा है। ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बताया कि आयुर्वेद में प्रत्येक व्यक्ति के आहार-विहार एवं दैनिक क्रिया कलापों की आदतों के आधार पर प्रत्येक व्यक्ति की प्रकृति निश्चित की जाती है, जिससे उन व्यक्तियों को भविष्य में मौसम परिवर्तन पर होने वाले स्वास्थ्य संबंधि समस्याओं से बचाव किया जा सकता है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के स्वप्न परियोजना ‘‘देश का प्रकृति परीक्षण‘‘ अभियान के अन्तर्गत पूरे देश के नागरिकों का स्वास्थ्य डेटा तैयार करना है। इस अभियान के लिये प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुमोदन पर राष्ट्रीय आयोग भारतीय चिकित्सा पद्धती नई दिल्ली जिसके अंर्तगत पूरे देश के आयुर्वेदिक कॉलेजेस संचालित किये जाते है, ने आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थीयों को वॉलंटियर बनाकर देश के प्रत्येक नागरिक का प्रकृति परीक्षण करने की जिम्मेदारी दी गई है। इस प्रकृति परीक्षण के पश्चात् भारत सरकार द्वारा निर्मित प्रकृति परीक्षण एप्लीकेशन के माध्यम से उन्हें प्रमाण पत्र जारी किया जाता है तथा आने वाले समय में मौसम परिवर्तन पर स्वास्थ्य वर्धक आहार-विहार की जानकारी दी जायेगी। इसी मुहिम के तहत ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के विद्यार्थी एवं शिक्षकगण बैतूल शहर एवं आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में में घूम-घूम कर नागरिकों का प्रकृति परीक्षण कर रहे है। ओम आयुर्वेदिक मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य ने बैतूल जिले के नागरिकों से आव्हान किया है कि आयुर्वेद के विद्यार्थीयों को इस अभियान के लिये सहयोग प्रदान करें तथा विद्यार्थीयो द्वारा दिये जाने वाले दिशा निर्देश का पालन करते हुए उपरोक्त एप्लीकेशन को डाउनलोड करें।