शासकीय एकलव्य महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था में प्रवेश हेतु अंतिम तिथि 10 जून तक: डॉ.पंडाग्रे
ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल -संस्था प्राचार्य श्री रेवाशंकर पंडाग्रे ने बताया कि शासकीय एकलव्य महिला औद्योगिक प्रशिक्षण संस्था बैतूल में संचालित 08 ट्रेडो में प्रवेश की प्रक्रिया हेतु पंजीयन की तिथि बढ़ाई गई है। इच्छुक आवेदक अब आगामी 10 जून तक www.dsd.mp.gov.in पोर्टल पर पंजीयन करा सकेंगे।
संस्था के प्रवेश प्रभारी श्री दिलीप कुमार सोनी ने बताया कि पूर्व में अंतिम तिथि 20 मई निर्धारित थी। च्वाईस फिलिंग की सुविधा 27 मई से 10 जून तक उपलब्ध रहेगी। इस संस्था में संचालित इलेक्ट्रीशियन, इलेक्ट्रॉनिक्स मैकेनिक और इन्फार्मेशन कम्युनिकेशन एण्ड सिस्टम मेंटेनेंस दो वर्षीय पाठ्यक्रम है। इसी प्रकार स्वींइग टेक्नोलॉजी, फ्लोरीकल्चर एण्ड लेण्ड स्केपिंग, स्टेनो अंग्रेजी, स्टेनो हिन्दी एवं कोपा, एक वर्षीय पाठ्यक्रम है। इन व्यवसायों में से स्वींइग टेक्नोलॉजी हेतु योग्यता आठवीं उत्तीर्ण है। शेष सभी पाठ्यक्रमों में प्रवेश हेतु दसवीं कक्षा उत्तीर्ण होना आवश्यक है। अंग्रेजी माध्यम के छात्राओं के लिए स्टेनो अंग्रेजी ट्रेड एक रोजगार परक अवसर है।
10वीं की अंकसूची के आधार पर भर सकेंगे जानकारी
संस्था के प्रवेश प्रभारी श्री सोनी ने बताया कि आवेदक की समस्या के दृष्टिगत आवेदन फार्म में सुधार करते हुए 10वीं की अंकसूची के आधार पर जानकारी भरने का विकल्प उपलब्ध करा दिया गया है। प्रवेश के उपरान्त प्रवेशित प्रशिक्षणार्थियों का डाटा समग्र से जोड़ा जायेगा। इसलिए आवेदकों को समग्र आईडी का डाटा 10वीं कक्षा की अंकसूची के विवरण के आधार पर अपडेट करा लेना चाहिए।
यह संस्था मध्यप्रदेश शासन की एकलव्य योजना अंतर्गत संचालित है, जिसमें सभी वर्ग की छात्राओं को प्रवेश की पात्रता हैं। विशेष रूप से अनुसूचित जनजाति वर्ग की महिलाओं के लिये 50 प्रतिशत सीटें आरक्षित है। इस वर्ग की छात्राओं को 1 हजार रुपये प्रतिमाह छात्रवृत्ति एवं भोजन सहित छात्रावास की सुविधा भी उपलब्ध है। कौशल विकास विभाग द्वारा महिला आईटीआई बैतूल को ग्रीन आईटीआई के रूप में विकसित किया जा रहा है, जिसके तहत महिला सशक्तिकरण अंतर्गत महिलाओं को रोजगार प्रदान करने हेतु विशेष प्रयास किये जा रहे है। इन सुविधाओं को प्राप्त करने के लिये च्वाइस फिलिंग के समय महिला आईटीआई बैतूल में उपलब्ध ट्रेडो को प्राथमिकता देनें का आग्रह किया हैं।