सांईखेड़ा पुलिस ने गौवंश कि तस्करी कर रहे तीन आरोपियों को धर दबोचा
दिनु पवार की रिपोर्ट
सांईखेड़ा :- थाना सांईखेड़ा पुलिस ने गौवंश तस्करी करने वाले आरोपियों पर की कार्यवाही थाना प्रभारी ने बताया कि
श्रीमान पुलिस महानिरीक्षक महोदय इरशाद वली एवं श्रीमान पुलिस अधीक्षक महोदय निश्छल झारिया एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक महोदय श्रीमति कमला गौतम द्वारा गौवंश तस्करी के विरूद्ध कार्यवाही करने के निर्देशो का पालन करते हुए सांईखेड़ा थाना प्रभारी मुकेश ठाकुर एवं थाना स्टाफ द्वारा गौवंश तस्करी कर रहे आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही कर 28 नग गौंवंश को गौशाला पारसडोह पहुंचाया ।
दिनांक 27.06.24 को थाना पर विश्वसनीय मुखबिरो द्वारा सूचना प्राप्त हुई कि कुछ लोग गौवंश मवेशियों को भूखी प्यासी हालत में लकड़ी से मारते पीटते हुए एक दूसरे के गले को आपस में रस्सी से बाधंकर हकेलते हुए पैदल बिसनूर आठनेर तिराहा के पास ग्राम रावा के तरफ ले जा रहे है सूचना तस्दीक हेतू थाना सांईखेड़ा थाना प्रभारी मुकेश ठाकुर थाना स्टाफ के साथ मौके पर पंहुचे जहा 03 लोग गौवंश को एक दुसरे के गले से रस्सी बांधकर भूखे प्यासी हालत में लकड़ी से कृषि उपयोगी गौवंश को क्रूरता पूर्वक मारते पीटते हुए कत्लखाना महाराष्ट्र तरफ ले जा रहे थे जिन्हे रोक कर तीनो व्यक्तियों से अलग अलग पूछताछ करने पर अपना नाम 1.बब्लू पिता कल्लू लौहार उम्र 25 साल नि0 ग्राम बम्होरी थाना सिलवानी जिला रायसेन 2.धनराज पिता रामप्रसाद राजपूत जाति लोहार उम्र 35 साल 3.गुलाब पिता रामप्रसाद राजपूत जाति लोहार उम्र 38 साल दोनो नि0 वार्ड नं. 10 लोहापीठा मोहल्ला बाड़ी थाना बाड़ी जिला रायसेन के होना बताया एवं गौवंश को कत्लखाना महाराष्ट्र ले जाना बताया एवं गौवंश को कत्लखाना ले जाने के संबंध में कोई वैद्य दस्तावेजो का होना नही बताया जो आरोपियों का कृत्य अपराध धारा म.प्र. गौवंश वध प्रतिषेध अधिनियम 2004 की धारा 4, 6, 9, म.प्र, कृषक पशु परिरक्षण अधिनियम की धारा 4, 6, 11 एवं पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 की धारा 11(क) का पाया जाने से तीनो आरोपियों से मौके पर कुल 28 नग गौवंश कर उक्त तीनो आरोपियान को गिरफ्तार किया गया है ।
उक्त कार्यवाही मे थाना प्रभारी साईखेडा निरीक्षक मुकेश ठाकुर, प्रआर. 529 दिलीप झरबड़े, प्रआर. 47 राजकुमार धुर्वे, आर. 603 विनोद साहू, आर. 604 संजीत, आर. 425 देवेन्द्र, आर.611 आदित्य, सै. 284 चंद्रभान सोनारे एवं 130 अतरसिंह की सराहनीय भूमिका रही ।