राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बैतूल कलेक्टर श्री सूर्यवंशी को किया सम्मानित
ब्यूरो रिपोर्ट
राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने बैतूल कलेक्टर श्री सूर्यवंशी को किया सम्मानित
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“आदि कर्मयोगी” अभियान में बेस्ट परफॉर्मिंग डिस्ट्रिक्ट के लिए मिला सम्मान
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जनजातीय कार्य मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित “आदि कर्मयोगी” अभियान के उत्कृष्ट क्रियान्वयन के लिए बैतूल जिले को राष्ट्रीय सम्मान मिला हैं। गुरुवार को नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित नेशनल कॉन्क्लेव में राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मू ने आदि कर्मयोगी अभियान में बेस्ट परफॉर्मिंग डिस्ट्रिक्ट के लिए बैतूल कलेक्टर श्री नरेन्द्र कुमार सूर्यवंशी को सम्मानित किया। इस दौरान मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री अक्षत जैन, सहायक आयुक्त जनजातीय कार्य श्री विवेक पांडे भी उपस्थित रहें।
बैतूल जिले में आदि कर्मयोगी अभियान का कलेक्टर श्री सूर्यवंशी के नेतृत्व में व्यवस्थित कार्ययोजना बनाकर चरणबद्ध तरीके से क्रियान्वयन किया जा रहा हैं। जिसमें डिस्ट्रिक प्रोसेस लैब के माध्यम से ब्लॉक स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स को प्रशिक्षण देकर जिले में चिन्हित 554 ग्रामों में ट्रांजिट वॉक, ग्राम सभाओं का आयोजन इत्यादि गतिविधियों के माध्यम से इन जनजातीय बाहुल्य ग्रामों के समग्र विकास का विजन प्लान तैयार किया गया हैं।
17 विभागों के समन्वय से हो रहा अभियान का संचालन
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आदि कर्मयोगी अभियान के तहत शासन के 17 विभाग मिलकर इन गांवों की तस्वीर बदलने के लिए कार्य किया गया है। योजना के तहत जनजाति कार्य विभाग द्वारा जिले के 10 विकासखंड के आदिवासी बाहुल्य गांवों 554 ग्रामों का चयन किया गया हैं, जहां सभी विभागों के समन्वय से विभिन्न कार्य किया जा रहा है। साथ ही ग्रामीणों को शासन की योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। योजना के तहत सभी गांवों में आदि सेवा केन्द्र बनाए गये है। जहां ग्रामीणों की समस्याओं का समाधान किया जाएगा। इस योजना को लेकर प्रतिदिन समीक्षा की जा रही है।
ग्राम पंचायत स्तर की समस्याओं का वही निराकरण
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अभियान के तहत चिन्हित गांवों में आदि सेवा केन्द्र बनाए गए है। यहां ग्राम व विकासखंड स्तर के अधिकारियों के नाम और नंबर दीवार पर चस्पा किए गये हैं। ये सभी अधिकारी सप्ताह में एक दिन गांव आकर बैठक लेकर गांव की समस्याओं पर ग्रामीणों से चर्चा करेंगे। इसके बाद ग्राम पंचायत स्तर की समस्याओं का वही निराकरण किया जाएगा, जबकि विकासखंड स्तर का विकासखंड व जिला स्तर की समस्याओं का जिला स्तर से निराकरण किया जाएगा। इन आदि सेवा केन्द्रो का संचालन आदि साथी,आदि कर्मयोगी, आदि विद्यार्थी के आपसी सहयोग एवं समन्वय से किया जाएगा।