सारनी ओवर लोड राखड भरकर ट्रको ने यातायात के नियमों की उड़ाई धज्जियां
मनोज पवार
सारनी / ओवर लोड राखड़ भरकर ट्रक के माध्यम से बाहरी क्षेत्र में ले जाते हुए देखा जा रहा है यातायात के नियमों की उड़ाई धज्जियां देखने और सुनने वाला कोई नहीं लगातार ओवर लोड होकर प्रत्येक गाड़ी(ट्रको) में ज्यादा से ज्यादा राखड़ भरकर शहरी छेत्र में पहुंचाई जा रही है।
सारनी क्षेत्र में सतपुड़ा पावर प्लांट से निकलने वाली ज्यादा मात्रा में राखड़ ,
डैम में एकत्रित किया जाता हैं। आस पास के कई बड़े शहरों में भेजी जा रही ओवर लोड गाड़ियों में भरकर । साथ ही फ्लाई ऐश राखड भी चोरी चुपके निकलकर भिजवाई जा रही है। जिसकी अनुमानित कीमत लगभग 500 रू बोरी के हिसाब से लगाई जाती है। राखड़ डैम से निशुल्क राखड ले कर जाया जा सकता है इसके लिए मध्य प्रदेश पावर जनरेटिंग कंपनी के नियम अनुसार राखल के पैसे नहीं चुकाने पड़ते हैं सिर्फ मात्र भाड़ा लगता है गाड़ियों का मगर देखने में आ रहा है कि व्यापारी वर्ग राखड लाने के लिए ट्रकों के माध्यम से बडे शहरों तक पहुंचाया जा रहे है। जो की गाड़ियों में अत्यधिक वजन भरकर ले जाना देखा जा रहा है ।जैसे 10 चक्का वाहन और 12 टायर 14 टायर वाहनों में वजन क्षमता से दुगना वजन राखड भरकर ले जाते हुए देखे जा रहे है। आरटीओ विभाग की नाक के नीचे से नियमों को तोड़कर 10 टायर वाहनों में लगभग 10 टन अतिरिक्त राखड भरकर ले जाते हुए देखे जा रहे हैं। इनकी वजह से यातायात के नियमों का उल्लंघन करना देखा गया है । साथ ही यहां से भोपाल या इंदौर तक रास्ते में उड़ने वाली राखड लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है जिससे गाड़ी के पीछे चलने वाले छोटे वाहनों को राखड आंख में घुस जाने की वजह से अनहोनी होने की संभावना बनी रहती है। आए दिन कई ट्रैकों के द्वारा सरनी क्षेत्र में बने राखड डेम से ट्रैकों के माध्यम से राखड ओवर लोड होकर निकलते हुए देखा जा रहा है । मगर पुलिस प्रशासन को अब तक मानो खबर ही नहीं।
किसी भी गाड़ी की क्षमता के अनुरूप राखड़ ले जाना दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है ,मगर प्रशासन के ढीले रवैया की वजह से लगातार कई दिनों से राखड बेलगाम होकर ओवर लोड ट्रैकों के माध्यम से बाहरी क्षेत्र में जाते हुए देखा जा रहा है।