रात के अंधेरे में जरूरतमंदों की ढाल बनी श्री योग वेदांत सेवा समिति-जरूरतमंदों को कम्बल, असहाय बीमारों को अस्पताल पहुंचाया,
ब्यूरो रिपोर्ट
- रात के अंधेरे में जरूरतमंदों की ढाल बनी श्री योग वेदांत सेवा समिति
- शीतलहर में मानवता की मिसाल, बैतूल में 3 दिनों से चल रहा सेवा अभियान
- जरूरतमंदों को कम्बल, असहाय बीमारों को अस्पताल पहुंचाया, सेवा में जुटी समिति
बैतूल। जिले में शीतलहर के चलते तापमान 9.4 डिग्री तक पहुंच गया है। इस कड़कड़ाती ठंड में भी श्री योग वेदांत सेवा समिति बैतूल के साधक लगातार तीन दिनों से जरूरतमंदों की मदद में जुटे हुए हैं। समिति के सदस्य शहर की सुनसान सड़कों और खुले में सो रहे लोगों को ठंड से बचाने के लिए आधी रात तक कम्बल वितरित कर रहे हैं।
समिति के संरक्षक राजेश मदान ने बताया कि जरूरतमंदों को कम्बल देने के साथ-साथ उन्हें रैन बसेरा पहुंचाने और बीमार व्यक्तियों को अस्पताल में भर्ती कराने का कार्य भी किया जा रहा है। प्रशासन के सहयोग से इन लोगों के लिए रैन बसेरा में बिस्तर और गर्म कम्बल की व्यवस्था की गई है।
घायल व्यक्ति को पहुंचाया अस्पताल
शुक्रवार की रात समिति के सदस्यों को दरगाह के पास सड़क किनारे ठंड में कांपते हुए एक घायल व्यक्ति मिला। समिति ने उसे तुरंत कम्बल ओढ़ाकर स्वल्पाहार दिया और फिर अस्पताल पहुंचाया।
इस सेवा कार्य में समिति के संरक्षक राजेश मदान के साथ राजीव रंजन झा, श्रीमती नीतू झा, अजय देवकते, देवेंद्र कड़ू, मोहन मदान, धीरज मदान, विशाल वर्मा, राजेश रमनानी, अनूप मालवीय, पत्रकार राहुल नागले, रैन बसेरा के सुशील रागड़े, नोडल अधिकारी शहर प्रफुल्ल सिंह, आकाश अमझेरे, लालू अमझेरे, मनोज गलफट, शैलेन्द्र रघुवंशी, शैलेन्द्र बिहारिया, दीप मालवीय, हिमांशु सोनी, योगेश रोचलानी, अर्पणा झा और प्रणव झा का योगदान सराहनीय रहा।
समिति के सदस्यों ने बताया कि यह सेवा अभियान ठंड के मौसम में निरंतर जारी रहेगा। इस प्रयास से जरूरतमंदों को राहत मिल रही है और मानवता की मिसाल कायम हो रही है। बैतूल में शीतलहर के बीच इस तरह का सेवा कार्य शहर में चर्चा का विषय बना हुआ है।