व्यवसायिक दक्षता एवं तकनीकी ज्ञान से साइबर अपराधों का उत्कृष्ठ अनुसंधान करें: पुलिस आयुक्त : श्री हरिनारायणाचारी मिश्र
ब्यूरो रिपोर्ट
साइबर अपराधों की रोकथाम, नागरिकों के साथ हुई साइबर फ्राॅड की शिकायतें की शीघ्र सुनवाई एवं अनुसंधान में निपुुण एवं क्षमतावान बनाने, दक्षता तथा कार्यकुशलता बढ़ाने हेतु सभी थानों में साइबर हेल्पडेस्क में पदस्थ कर्मचारियों दिया गया विशेष प्रशिक्षण-
उल्लेखनीय है कि भोपाल पुलिस कमिश्नरेट ने साइबर अपराधों को नियंत्रित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए भोपाल शहर के सभी 37 थानों में 1 दिसंबर 2024 से साइबर हेल्प डेस्क का संचालन किया जा रहा है। हेल्पडेस्क में पदस्थ कर्मचारियों को साइबर अपराधों की रोकथाम, नागरिकों के साथ हुई साइबर फ्राॅड की षिकायतां की शीघ्र सुनवाई एवं अनुसंधान में निपुुण एवं क्षमतावान बनाने, दक्षता तथा कार्यकुशलता बढ़ाने, तकनीकी ज्ञान में सुधार करने आयोजित 3 दिवसीय प्रशिक्षण का पुलिस आयुक्त श्री हरिनारायणाचारी मिश्र द्वारा समापन किया गया।
कार्यशाला के समापन के अवसर पर पुलिस आयुक्त श्री हरिनारायणाचारी मिश्र ने कहा कि वर्तमान में मोबाइल एवं इंटरनेट के बढ़ते उपयोग से साइबर अपराधों में बेतहाशा वृ़िद्ध हुई है और साइबर अपराध का स्वरूप हर कुछ दिनों में बदलता रहता है, आने वाले समय में पुलिस और आमजनों के लिए साइबर अपराध बहुत बड़ी चुनौती बनेगी, जिसके नियंत्रण एवं अनुसंधान के लिये प्रत्येक पुलिसकर्मी को व्यवसायिक दक्षता एवं तकनीकी ज्ञान में निपुण होना बेहद जरूरी है। इसके साथ ही आमजन के जागरूक होने से साइबर अपराधों पर काफी हद तक नियंत्रण लाया जा सकता है। कार्यशाला में प्रशिक्षित पुलिसकर्मी व्यवसायिक दक्षता एवं तकनीकी ज्ञान से साइबर अपराधों का उत्कृष्ठ अनुसंधान करेंगे। साइबर अपराधों की जांच में मदद करने के लिए टीम वर्क में कार्य करेंगे और पीड़ितों की मदद करेंगे। साथ ही साइबर मामलोे से बचाव एवं अनुसंधान हेतु व्यवहारिक एवं सारगर्भित मार्गदर्शन दिया।
वर्ष 2024 सायबर क्राइम भोपाल जानकारीः थानों में सायबर संबंधी प्रशिक्षण हेतु विभिन्न चरणों में प्रशिक्षण प्रदान किया गयाः-
प्रथम चरणः-
द्देश्यः- थाना स्तर पर गुम मोबाईल संबंधी आवेदन लेना/गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित पोर्टल एनसीसीआरपी से संबंधित प्रशिक्षण.दिनांक 13.09.2024 एक दिवसीय
स्तरः- थाना स्तर रैंकः-आरक्षक,प्रधान आरक्षक संख्याः. 134
प्रशिक्षण विषयः- CEIR PORTAL, NCCRP PORTAL
द्वितीय चरणः-
उद्देश्यः- थाना स्तर पर गुम मोबाईल संबंधी प्रशिक्षण संबंधी/गृह मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित पोर्टल एनसीसीआरपी NCCRP पोर्टल/ समन्वय JMIS पोर्टल से संबंधित प्रशिक्षण
दिनांक 25.09.2024 से 29.09.2024 -दो दिवसीय स्तरः- थाना स्तर
रैंकः-आरक्षक,प्रधानआरक्षक संख्याः- 78
प्रशिक्षण विषयः- CEIR PORTAL, NCCRP PORTAL, JMIS
तृतीय चरणः-सायबर डेस्क
उद्देश्यः- थाना स्तर पर 5 लाख तक कि सायबर अपराध संबंधी शिकायतों के निराकरण, हेतु प्रशिक्षण-
दिनांक – 25.11.2024 से 29.11.2024 पांच दिवसीय स्तरः- नगरीय पुलिस भोपाल
रैंकः- सहायक पुलिस आयुक्त, निरीक्षक से आरक्षक तक संख्याः- 282
प्रशिक्षण विषयः- CEIR PORTAL, NCCRP PORTAL, JMIS, CHAKSHU PORTAL , cyber complaint related , सायबर डेस्क संचालन हेतु पूर्ण प्रशिक्षण
चतुर्थ चरणः-सायबर डेस्क/थाना टेकसेल
उद्देश्यः- नागरिको की सायबर फ्राड की शिकायतो की शीघ्र सुनवाई एवं निराकण में दक्षता हेतु नगरीय पुलिस भोपाल में समस्त थानों में संचालित सायबर डेस्क का टैक्निकल सायबर संबंधी प्रशिक्षण-
दिनांक – 09.12.2024 से 11.12.2024- तीन दिवसीय स्तरः- थाना स्तर
रैंकः- उप निरीक्षक से आरक्षक तक संख्याः- 160 प्रशिक्षण विषयः- CEIR PORTAL, NCCRP PORTAL, JMIS, CHAKSHU PORTAL , CDR ANALYSYS, IPDR, CAF, SDR , DATA ANALYSYS, INVESTIGATION CAMP, NCCRP DATA READING , BANK NODAL,
प्रशिक्षण के पृथक-पृथक चरण – तीन दिवसीय सायबर प्रशिक्षण – पृथम चरण – में Introduction & Types of Cyber Crime, Modus Operandi, Latest Challenges, Social Media Fraud Investigation Fake/Haked profile , Sextortion, Honey Trap and Various Financial Fraud Investigation Job, Loan, OTP QR Code से संबंधित जानकारी गदी गई । द्वितीय चरण- में Responsiblities of First Responder, Working of NCRP & Varias Portal, Introduction CEIR portal JMIS (samanvaya) portal and Introduction of software Investigation camp से संबंधित जानकारी गदी गई । तृतीय चरण – में CDR/IPOR Analysis Daksh S/W से संबंधित जानकारी गदी गई । NCCPR- cyber crime – उक्त पोर्टल पर फाइनेंशियल फ्राड से संबंधित शिकायत दर्ज की जाती है पोर्टल के द्वारा फ्राड एमाउंट को फोल्ड एवं रिफंड करने संबंधी कार्यवाही की जाती है । JMIS Portal -पर समन्वय द्वारा अन्य राज्यों में नोटिस तामिल किए जा सकेंगे । संदेही मोबाइल नं एवं खाता नं से अन्य राज्यों में किए जाने वाले अपराध एवं गिरफ्तारियों की जानकारी पोर्टल पर उपलब्ध रहेगीं । CIER PORTAL – गुम मोबाइल के आवेदन थाना स्तर पर किए जा सकेगें हैं । पीड़ित स्वयं भी गुम मोबाइल का आवेदन पोर्टल पर दर्ज कर सकते हैं ।
इसी क्रम में दिनाँक 9 से 12 दिसंबर तक 3 दिवसीय प्रशिक्षण सत्र चलाया जा रहा है, जिसमें साइबर क्राइम की टेक्निकल टीम द्वारा प्रशिक्षण के दौरान साइबर क्राइम की शिकायत को किस प्रकार से पोर्टल पर अपलोड करना, फेसबुक, Instagram,इत्यादि से जानकारी मंगाना एवं बैंक से अकाउंट डिटेल, डाटा रिकवरी, सीडीआर एनालिसिस, इ-साक्ष्यों एवं फिजिकल साक्ष्य को एकत्रित करना, अपराधियों की गिरफ्तारी, रिमांड, इत्यादि में सम्बंध में बारीकी से बताया गया।
प्रशिक्षण के अवसर पर पुलिस उपायुक्त श्री अखिल पटेल एवं अतिरिक्त पुलिस उपायुक्त श्री शैलेन्द्र सिंह चौहान ने बताया कि साइबर क्राइम आने वाले वक्त में पुलिस और आमजनों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बनेगी, साइबर ठग दिनों दिन विभिन्न तरीकों से आमजनों को ठग रहे हैं। थामें प्राप्त शिकायत पर तत्काल वैधानिक कार्यवाही कर पीड़ित की मदद करें तथा कार्यकुशलता का उपयोग करते हुए तकनीकी नॉलेज के आधार पर इनवेस्टिगेशन करें और अपराध की तह तक जाये । जरूरत पड़ने पर साइबर तकनीकी टीम या साइबर फोरेंसिक लैब की मदद लें । प्रशिक्षण में साइबर क्राइम अनुसंधान में आने वाली तकनीकी दिक्कतें, दीगर प्रदेशों से समन्वय तथा अनुसंधान के दौरान एकत्रित किए जाने वाले डिजिटल साक्ष्य, दस्तावेज इत्यादि के सम्बंध में मार्गदर्शन दिया ।