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1 से 4 फरवरी के बीच पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में बारिश-3 मौसम प्रणालियां सक्रिय

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मध्य प्रदेश में फिर बढ़ेगी ठंड, तापमान में आएगी गिरावट, 3 मौसम प्रणालियां सक्रिय
मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में ठंड का एहसास हो रहा है तो कुछ जिले ऐसे हैं, जहां पर फिलहाल ठंड का असर कम हुआ है। हालांकि, वेस्टर्न डिस्टरबेंस के आगे बढ़ते ही एक बार फिर ठंड अपना असर दिखाएगी।
MP Weather: मध्य प्रदेश में मौसम के दो मिजाज देखने को मिल रहे हैं। कुछ स्थानों पर तेज ठंड पड़ रही है तो कुछ जिले ऐसे हैं जहां पर ठंड का असर बिल्कुल भी दिखाई नहीं दे रहा है। कई शहरों में सुबह और शाम को ठंड और दोपहर में धूप निकल रही है। हालांकि, जहां से ठंड गायब हुई है, वहां यह राहत ज्यादा समय तक नहीं रहने वाली है।
मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल, इंदौर, उज्जैन, जबलपुर जैसे शहरों में ठंड का असर कम हुआ है। हालांकि, मौसम का यह मिजाज जल्दी बदलेगा और एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ने लगेगी। दरअसल, वेस्टर्न डिस्टरबेंस आगे बढ़ जाएगा जिस वजह से तापमान गिरेगा और लोगों को ठंड का एहसास होने लगेगा। कुछ स्थानों पर मौसम का ये बदलाव नजर आने लगा है।
कैसा है मौसम का हाल (MP Weather)
मध्य प्रदेश के फिलहाल के मौसम की बात करें तो पिछले एक सप्ताह में दिन और रात के तापमान में वृद्धि देखने को मिली थी। इस वजह से ठंड का असर कम हो रहा था लेकिन शुक्रवार से एक बार फिर बर्फीली हवाओं ने अपना कहर दिखाना शुरू कर दिया है और तापमान कम होने लगा है। पार लुढ़कने से लोगों को ठंड का एहसास हुआ है।
मौसम विभाग के मुताबिक सोमवार को प्रदेश के अधिकतर जिलों का मौसम शुष्क बना रहेगा। एक अनुमान के मुताबिक दो दिनों के बाद न्यूनतम तापमान में तीन से चार डिग्री की वृद्धि होगी, जिससे ठंड में कमी आएगी। उधर जैसे ही वेस्टर्न डिस्टरबेंस आगे बढ़ जाएगा तापमान वापस से गिरेगा।
फरवरी से बदलेगा मौसम
मौसम विभाग के मुताबिक 1 से 4 फरवरी के बीच मध्य प्रदेश के पूर्वी और दक्षिणी हिस्से में बारिश का असर देखने को मिलेगा। सागर, जबलपुर, शहडोल, रीवा, ग्वालियर, नर्मदापुरम और चंबल जिले इसमें शामिल है। वहीं उज्जैन, इंदौर, भोपाल संभाग में मौसम साफ बना रहेगा।
ये मौसम प्रणालियां सक्रिय
फिलहाल पश्चिमी हिमालय क्षेत्र के मध्य में जेट हवाएं बह रही है जिनकी गति 222 किलोमीटर बताई जा रही है। यह समुद्र तल से 12.6 किलोमीटर की ऊंचाई पर चल रही है। इसके अलावा दो पश्चिमी विक्षोभ 29 जनवरी और 1 फरवरी से सक्रिय होने वाले हैं। इन सभी मौसम प्रणालियों की वजह से कभी तापमान बढ़ रहा है तो कभी इसमें गिरावट आ रही है।
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