चरित्र प्रमाण पत्र में लिखी अवांछनीय टिप्पणी मामले में , दो पुलिस कर्मचारी निलंबित
ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल- पुलिस द्वारा जारी जिले के आठनेर थाने से बहुचर्चित चरित्र प्रमाण पत्र मामले में एक और जहाँ पुलिस की किरकिरी हुई है वही सीएम हेल्प लाइन में शिकायत कर मुख्यमंत्री को अपनी पीड़ा सुनाने वाले हितग्राहियो में भी अब भय की स्थिति है। हालांकि पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया स्थिति को सँभालते हुए दूसरा प्रमाण पत्र जारी कर दोषी कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। वही अधीनस्त अधिकारी कर्मचारियों को भविष्य में ऐसी गलती दुबारा ना किये जाने हेतु हिदायत भी दी है।
बता दे की आठनेर थाना क्षेत्र के रूपेश देशमुख ने अपने चरित्र प्रमाण पत्र के लिए आवेदन किया था, लेकिन पुलिस ने इसे समय पर जारी नहीं किया। इस देरी से तंग आकर रूपेश ने सीएम हेल्पलाइन में शिकायत दर्ज कराई। हालांकि, पुलिस ने बाद में चरित्र प्रमाण पत्र तो जारी किया, लेकिन उसमें एक अवांछनीय टिप्पणी जोड़ दी। प्रमाण पत्र में लाल स्याही से लिखा गया था- ‘आवेदक सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करने का आदी है।‘ घटना के बाद पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया ने त्वरित कार्रवाई करते हुए प्रधान आरक्षक बलराम सरेयाम और आरक्षक विप्लव मरासे को निलंबित कर दिया।
पुलिस अधीक्षक निश्चल एन झारिया ने बताया कि शिकायत के आधार पर पीड़ित युवक का प्रमाण पत्र बदला गया है और उसे एक नया प्रमाण पत्र जारी किया गया है।
रूपेश देशमुख ने बताया कि प्रमाण पत्र में देरी के कारण उन्हें सीएम हेल्पलाइन में शिकायत करनी पड़ी थी। वह भोपाल स्थित वॉल्वो आइशर कंपनी में काम करते हैं और नौकरी के लिए उन्हें प्रमाण पत्र की आवश्यकता थी। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि इससे पहले उन्होंने कभी सीएम हेल्पलाइन पर शिकायत दर्ज नहीं की थी।