ईमानदारी की मिसाल: प्रधान आरक्षक उमाकांत मिश्रा को प्रशंसा पत्र व नगद पुरस्कार*

ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल— बैतूल जिले में कार्यरत पुलिस कर्मियों द्वारा निष्ठा व ईमानदारी से अपने कर्तव्यों का निर्वहन किया जा रहा है। इसी कड़ी में रक्षित केंद्र बैतूल में तैनात प्रधान आरक्षक 545 उमाकांत मिश्रा ने कर्तव्यनिष्ठा एवं ईमानदारी की मिसाल पेश की।
दिनांक 27-28 फरवरी 2025 की दरम्यानी रात बैतूल स्थित *गड़ाघाट तिराहे* के पास हुए सड़क हादसे में *मुन्ना धुर्वे (उम्र 35 वर्ष, निवासी जमदेही, आमला)* गंभीर रूप से घायल हो गए थे, जिन्हें जिला अस्पताल बैतूल लाया गया, जहां चिकित्सकों ने परीक्षण के उपरांत मृत घोषित कर दिया।
इस दौरान अस्पताल सुरक्षा ड्यूटी पर तैनात *प्रधान आरक्षक 545 उमाकांत मिश्रा* ने मृतक की तलाशी लेने पर उनकी जेब से *₹11,270/- नगद, आधार कार्ड, मोबाइल* फोन आदि बरामद किए। तत्पश्चात, मृतक के परिजनों को सूचना देकर जब वे अस्पताल पहुंचे, तो प्रधान आरक्षक उमाकांत मिश्रा ने संपूर्ण राशि एवं अन्य सामान परिजनों को सकुशल लौटाकर ईमानदारी की मिसाल पेश की।
पुलिस अधीक्षक बैतूल श्री निश्चल एन. झारिया द्वारा प्रधान आरक्षक उमाकांत मिश्रा के इस सराहनीय कार्य को देखते हुए उन्हें प्रशंसा पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। साथ ही, ₹1000/- के नगद पुरस्कार हेतु पुलिस महानिरीक्षक, नर्मदापुरम जोन, नर्मदापुरम को प्रस्ताव प्रेषित किया गया है।
प्रधान आरक्षक उमाकांत मिश्रा का यह कार्य न केवल प्रशंसनीय है, बल्कि अन्य पुलिसकर्मियों के लिए भी प्रेरणास्रोत है।