कारगिल दिवस विशेष-बैतूल की बेटियों का कारगिल से कच्चे धागों से बंधा पक्का नाता
गौरी बालापुरे पदम्
- बैतूल की बेटियों का कारगिल से कच्चे धागों से बंधा पक्का नाता
- हर वर्ष कारगिल के शहीदों को समर्पित की जाती है राखियां
- राष्ट्र रक्षा मिशन के 22 वें पड़ाव में कारगिल पहुंचा था दल
- कारगिल दिवस विशेष
बैतूल। कारगिल विजय दिवस की रजत जयंती के साथ-साथ बैतूल का राष्ट्र रक्षा मिशन भी रजत जयंती मना रहा है सेना के जवानों की हौसलाअफजाई करने के संकल्प की। इस वर्ष बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति का राष्ट्र रक्षा मिशन दल 18 अगस्त की शाम को बाड़मेर पहुंचेगा और 35 सदस्यीय दल द्वारा 19 एवं 20 अगस्त को भारत-पाकिस्तान सीमा पर तैनात सैनिकों की कलाई पर तिरंगा राखियां बांधी जाएगी। इसके पहले प्रतिवर्ष की तरह कारगिल के युद्ध में वीरगति प्राप्त करने वाले शहीद जवानों के लिए 527 राखियां पोस्ट की जाएगी। साथ ही द्रास सेक्टर में व कारगिल विजय स्मारक पर तैनात मद्रास रेजीमेंट के जवानों के लिए भी राखियां पोस्ट की जाएगी।
2021 में कारगिल पहुंंचा था राष्ट्र रक्षा मिशन
समिति अध्यक्ष गौरी पदम ने बताया कि वर्ष 2021 में राष्ट्र रक्षा मिशन के 17 सदस्यीय दल ने द्रास क्षेत्र में कारगिल विजय स्मारक में स्थापित कैप्टन विक्रम बतरा, ग्रेनेडियर योगेन्द्र सिंह यादव, राइफलमेन संजय कुमार, लेफ्टिनेंट मनोज कुमार पाण्डे, कैप्टन एन केंगुरुज, मेजर सोनम वान्गचुक, मेजर विवेक गुप्ता, मेजर पद्मपानी आचार्य, लेफ्टिनेंट बलवान सिंह, नायक दिगेन्द्र कुमार की प्रतिमाओं सहित सभी 527 शहीदों को तिरंगा राखियां समर्पित की थी। उन्होंने बताया कि कारगिल के योद्धाओं से बैतूल का कच्चे धागे से पक्का नाता जुड़ गया है, जिसे हमेशा निभाया जाएगा। प्रतिवर्ष समिति कारगिल के शहीदों के प्रति कृतज्ञ भाव के साथ 527 राखियां समर्पित करेगी।
कारगिल विजय से ही शुरु हुआ था राष्ट्र रक्षा मिशन
बैतूल की बेटियों ने 24 वर्ष पहले गौरवान्वित पहल की शुरुआत की थी। देश और देशवासियों की सुरक्षा के लिए प्रतिपल देश की अंतराष्ट्रीय सरहदों पर तैनात सैनिकों की हौसलाअफजाई के लिए बैतूल की बेटियों ने रक्षाबंधन का अपना प्रिय त्योहार देश के सैनिकों के नाम कर दिया था। 24 वर्षों से यह संकल्प राष्ट्र रक्षा मिशन की टीम संस्था अध्यक्ष गौरी बालापुरे पदम के नेतृत्व में निभा रही है। एक ओर पूरा देश 26 जुलाई को कारगिल विजय की रजत जयंती मना रहा है वहीं दूसरी ओर बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति 19 अगस्त को सरहद पर रक्षाबंधन का रजत उत्सव मनाएगी। श्रीमती पदम बताती है कि पिछले 24 वर्षों में राष्ट्र रक्षा मिशन को कारगिल विजय स्मारक तक पहुंचने का भी अवसर मिला। यहां उन्होंने 527 शहीदों के स्मारक पर रक्षाबंधन के दिन राखी समर्पित की थी। कारगिल के शहीद स्मारक एवं यहां तैनात जवानों के लिए प्रतिवर्ष बैतूल से राखियां पोस्ट की जा रही है। उन्होंने बताया कि कारगिल युद्ध में सैनिकों की शहादत और देश वासियों की सेना के प्रति समर्पित भावना से प्रेरित होकर ही बैतूल से राष्ट्र रक्षा मिशन की शुरुआत हुई थी।
शहीद भवन विजय स्मारक पर दी जाएगी श्रद्धाजंलि
बैतूल सांस्कृतिक सेवा समिति द्वारा कारगिल विजय दिवस के अवसर पर शुक्रवार 26 जुलाई को वीर शहीदों के बलिदान को याद करते हुए पुष्पाजंलि अर्पित की जाएगी। समिति के पदाधिकरियों एवं सदस्यों ने सुबह 11 बजे शहीद भवन स्थिति विजय स्मारक के सम्मुख पहुंचने का अनुरोध नागरिकों से किया है।