उत्पाद बनाने के साथ मार्केटिंग भी करें,सरकार भरपूर मदद करेगी – हेमंत खण्डेलवाल
नीता वराठे
- उत्पाद बनाने के साथ मार्केटिंग भी करें,सरकार भरपूर मदद करेगी – हेमंत खण्डेलवाल
- बैतूल विधायक नें स्व सहायता समूह की दीदियों को दिखाई आत्मनिर्भरता की राह
बैतूल। मध्यप्रदेश राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन जिला पंचायत बैतूल से सम्बद्ध संकुल स्तरीय संगठन के अध्यक्षों, सचिवों से बैतूल विधायक हेमंत खण्डेलवाल नें शुकवार को संवाद कर उन्हें आत्मनिर्भरता और तरक्की की राह दिखाई। जिले के सभी सीएलएफ के अध्यक्षों, सचिवों से बैतूल विधायक नें चर्चा कर महिला स्व सहायता समूहों द्वारा संचालित गतिविधियों की विस्तार से जानकारी की। श्री खण्डेलवाल नें कहा कि महिलाएं स्व सहायता समूहों के माध्यम से बड़े काम करें। उत्पाद बनानें के साथ उत्पादों की मार्केटिंग मे भी रूचि ले ।सरकार उन्हें भरपूर मदद करेगी। उन्होनें कहा कि कुछ समूह उत्पाद बनानें का कार्य करें तथा कुछ समूह उत्पादों की मार्केटिंग करें। स्व सहायता समूहों द्वारा निर्मित उत्पादों की ब्रांडिग भी करवाई जाएगी। बैतूल विधायक नें कहा कि स्व सहायता समूहों द्वारा उत्पादित विभिन्न उत्पादों की मार्केटिंग के लिए जिला मुख्यालय बैतूल मे आजीविका प्लाजा और ओपन ऑडिटोरियम में दुकानें भी उपलब्ध करवाई जाएगी। उन्होनें कहा कि स्व सहायता समूहों की महिलाएं स्थानीय स्तर के अनुसार उत्पादों को चिन्हित करें। साथ ही सर्विस सेक्टर में भी कार्य करनें में स्व सहायता समूह की महिलाए रूचि लें। उन्होंने कहा कि संकुल स्तरीय संगठन स्व सहायता समूहों को मार्गदर्शन देने के साथ ही उनके कार्यो की माॅनीटरिंग भी करें। जिससे ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाएं आत्मनिर्भर बन सके।
उत्पादों को चिन्हत कर बहुआयामी व्यवसाय करें
संकुल स्तरीय संगठन के अध्यक्षों, सचिवों से चर्चा के दौरान बैतूल विधायक नें कहा कि म.प्र राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनानें में महत्वपूर्ण भूमिका अदा कर रहा है। बैतूल जिले में एनआरएलएम से सम्बद्ध 13 हजार से अधिक स्व सहायता समूहों से लगभग 1 लाख 82 हजार महिलाएं जुडी हुई है तथा 43 संकुल स्तरीय संगठन है। बैतूल विधायक श्री खण्डेलवाल नें सीएलएफ के अध्यक्षो ,सचिवों से कहा कि स्वसहायता समूह की महिलाए उत्पादों को चिन्हित कर बहु आयामी व्यवसाय करें। साथ ही उत्पादों की मार्केटिंग पर भी फोकस रखें। उन्होनें सामूहिक डेयरी के माध्यम से दुग्ध उत्पादन,बकरी पालन,जैविक गुड, जैविक खाद,साइलेज,मिलेट्स उत्पादन,शहद,चिंरोजी,हर्रा, बहेड़ा, आवला सहित अन्य वनोपजों का संग्रहण प्रोसेसिंग,सिलाई,टीशर्ट निर्माण सहित अन्य कार्य करनें का सुझाव दिया।
उन्होनें कहा कि स्व सहायता समूह की महिलओं द्वारा उत्पादित उत्पादों के विक्रय के लिए समूहों को जिला मुख्यालय सहित ब्लाक,तहसील और ग्राम पंचायत स्तर पर भी दुकानें उपलब्ध कराई जाऐगी। बैतूल विधायक ने कहा की महिलाओं के आजीविका संवर्धन के लिए मध्यप्रदेश सरकार बड़ी एजेंसियों से टाइअप कर रही है ।जिससे महिलाओं के उत्पादों की स्थानीय स्तर पर भी मार्केटिंग हो सके । इसके लिए जिले के सभी जनप्रतिनिधि भी गंभीरता से प्रयासरत हैं।बैठक मे एनआरएलएम के जिला परियोजना प्रबंधक सतीश पवाॅर भी मौजूद रहे।