जल गंगा संवर्धन अभियान का आज होगा रंगारंग समापन, छठ पूजा घाट पर जबलपुर के कलाकार करेंगे गंगा आरती, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे
ब्यूरो रिपोर्ट
जल गंगा संवर्धन अभियान का आज होगा रंगारंग समापन, छठ पूजा घाट पर जबलपुर के कलाकार करेंगे गंगा आरती, सांस्कृतिक कार्यक्रम भी होंगे
अभियान में प्रतिभागियों को किया जाएगा पुरस्कृत, विधायक होंगे मुख्य अतिथि, नुक्कड़ नाटक, झांकियों और आकर्षक लाइटिंग का होगा प्रदर्शन।
सारनी। नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा 5 से 16 जून तक जल गंगा संवर्धन अभियान का आयोजन निकाय क्षेत्र में किया गया। इस अभियान का रंगारंग समापन रविवार 16 जून को शाम 5.30 बजे से छठ पूजा घाट पर किया गाएगा। शाम को जबलपुर के कलाकारों द्वारा मां गंगा की आरती की जाएगी। इसके बाद एक से बढ़कर एक सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे। आमला-सारनी विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, नपाध्यक्ष किशोर बरदे, उपाध्यक्ष जगदीश पवार समेत अन्य अतिथियों द्वारा प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत जल स्त्रोतों के संरक्षण एवं पुनर्जीवन के नगर पालिका परिषद सारनी द्वारा राज्य शासन के निर्देश पर 5 से 16 जून तक जलस्त्रोतों के संवर्धन के लिए अभियान चलाया गया। श्रमदान से कई जलस्त्रोतों की सफाई की गई। उक्त अभियान का रंगारंग समापन 16 जून 2024 को शाम 5.30 बजे से छठ पूजा घाट पर किया जाएगा। इस आवसर पर गंगा आरती, सांस्कृतिक कार्यक्रम, पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन मुख्य अतिथि विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे, उपाध्यक्ष जगदीश पवार एवं समस्त पार्षदगणों की उपस्थिति में किया जाएगा। मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. मेश्राम ने बताया कि रंगारंग समारोह में जबलपुर के कलाकारों द्वारा आकर्षक प्रस्तुतियां दी जाएगी। इस दौरान अतिथियों द्वारा प्रतिभागी बच्चों को पुरस्कृत भी किया जाएगा। उन्होंने नगर वासियों से उक्त कार्यक्रम में उपस्थित होने का आग्रह किया है।
जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत सारनी के कुएं की श्रमदान से सफाई
नगर पालिका ने शनिवार जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत पुराना वाचनालय स्थित कुएं की श्रमदान से सफाई की। अभियान में पार्षद छाया अतुलकर, उपयंत्री रविन्द्र वराठे, कमलेश पटेल, जगदीश आहूजा, भूपेंद्र बड़ोनिया समेत अन्य लोग उपस्थित थे। पार्षद ने वाचनालय भवन का जीर्णोद्धार करने की मांग की। रविवार 16 जून को सुबह 8 बजे छठ पूजा घाट पर श्रमदान से सफाई की जाएगी।