बैतूल की बेटी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जबलपुर में बनी निर्विरोध सीआर
विशाल भौरासे की रिपोर्ट
बैतूल की बेटी नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी जबलपुर में बनी निर्विरोध सीआर
जबलपुर में लहराया बैतूल का परचम, आदिवासी समाज की बेटी है खुशी
बैतूल। जिले की आदिवासी समाज की बेटी खुशी सरियाम ने नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जबलपुर में बैतूल का परचम लहराया है। खुशी सरियाम को यूनिवर्सिटी के द्वितीय वर्ष में क्लास रिप्रेजेंटेटिव (सीआर) के पद के लिए निर्विरोध चुना गया है।
खुशी सरियाम, बैतूल जिले के युवा समाजसेवी राजेश सरियाम की पुत्री हैं, और उनका निर्विरोध सीआर बनना आदिवासी समाज के लिए सम्मान की बात है। जबलपुर की प्रतिष्ठित नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी में हाल ही में छात्र प्रतिनिधि चुनाव हुए, जिसमें सभी क्लासों के लिए कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिली। लेकिन खुशी सरियाम पूरे विश्वविद्यालय में एकमात्र ऐसी छात्रा रहीं जिन्हें निर्विरोध चुना गया।
खुशी की शैक्षणिक यात्रा भी उतनी ही प्रेरणादायक रही है। उन्होंने बैतूल के आर.डी. पब्लिक स्कूल से अपनी प्रारंभिक शिक्षा प्राप्त की और अपनी मेहनत और लगन से क्लैट (कॉमन लॉ एडमिशन टेस्ट) की परीक्षा पहले ही प्रयास में उत्तीर्ण कर नेशनल लॉ यूनिवर्सिटी, जबलपुर में प्रवेश लिया। उनकी इस सफलता पर उनके परिवार, इष्टमित्रों और समाज के लोगों ने उन्हें बधाई दी है। खुशी की इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया है कि यदि हौसला बुलंद हो और परिश्रम सच्चा हो, तो कोई भी लक्ष्य दूर नहीं है। उनके पिता, राजेश सरियाम, जो खुद समाजसेवा के क्षेत्र में सक्रिय हैं, उन्होंने भी खुशी की इस सफलता पर गर्व व्यक्त किया है और इसे उनके कठिन परिश्रम और ईमानदारी का परिणाम बताया। खुशी की इस सफलता से पूरे आदिवासी समाज में उत्साह का माहौल है। सभी ने उनके उज्जवल भविष्य की कामना की है।