पार्श्व गायिका इशिता विश्वकर्मा की म्यूजिकल नाइट में उमड़े लोग, हो गई मैं तेरी दीवानी… और राम आएंगे आएंगे… पर खूब झूमे श्रोता
भारती भुमरकर
हजारों लोगों का हुजूम उमड़ा, बेहतरीन लाइटिंग इफैक्ट्स और साउंड ने जीता लोगों का दिल, मंच के समीप डांस करने लगे श्रोता, बाबा मठारदेव मेले में अब तक का ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा।
सारनी। श्री मठारदेव बाबा मेले में रविवार 19 जनवरी की रात सा, रे, ग, म, पा की विजेता मुंबई की पार्श्व गायिका इशिता विश्वकर्मा की म्यूजिकल नाइट का रंगररंग आयोजन किया गया। नगर ‘पालिका परिषद सारनी द्वारा आनंद उत्सव के तहत, आयोजित इशिता म्यूजिकल नाइट में हजारों की संख्या में श्रोता उमड़े। हो गई मैं तेरी दीवानी… और राम आएंगे आएंगे राम आएंगे…. गीतों पर श्रोता जमकर झूमे। बेहतरीन लाइटिंग और साउंड इफैक्ट्स ने लोगों का दिल जीत लिया। कार्यक्रम रात 12 बजे तक चला। बाबा मठारदेव मेले में इशिता विश्वकर्मा नाइट अब तक का ऐतिहासिक कार्यक्रम रहा।
नगर पालिका परिषद द्वारा बाबा मठारदेव मेले में आनंद उत्सव 2025 के तहत विभिन्न धार्मिक, सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। इसी के तहत रविवार रात 8 बजे से मुंबई की प्रसिद्ध पार्श्व गायिका इशिता विश्वकर्मा की म्यूजिकल नाइट का आयोजन किया गया। मठारदेव मंदिर के मंच पर जैसे ही इशिता ने सत्यम, शिवम्, सुंदरम् गीत… की शुरूआत की सारा पंडाल झूमने लगा। इसके बाद जैसे ही इशिता ने उन्होंने बाबा मठारदेव को समर्पित ओम नमः शिवाय… भजन प्रस्तुत किया सारे श्रोता मंत्रमुग्ध हो गए। इसके बाद उन्होंने बिना रूके एक से बढ़कर एक गीत प्रस्तुत किए। कार्यक्रम में आमला-सारनी विधायक डॉ. योगेश पंडाग्रे, भाजपा के जिलाध्यक्ष सुधाकर पवार, नगर पालिका अध्यक्ष किशोर बरदे, उपाध्यक्ष जगदीश पवार, पार्षदगण, एसडीएम डॉ. अभिजीत सिंह, एसडीओपी रोशन जैन, मुख्य नगर पालिका अधिकारी सी.के. मेश्राम, तहसीलदार महिमा मिश्रा समेत अन्य लोगों ने कार्यक्रम की शुरूआत की। विधायक डॉ. पंडाग्रे, नपाध्यक्ष, उपाध्यक्ष एवं मुख्य नगर पालिका अधिकारी ने इशिता का शाल एवं श्रीफल से सम्मान किया। कार्यक्रम में इशिता की माता तेजल विश्वकर्मा भी उपस्थित थी। इस मौके पर उन्होंने इक राधा, इक मीरा…. गीत प्रस्तुत किया। जैसे ही उन्होंने हो गई मैं तेरी दिवानी… गीत प्रस्तुत किया सारे लोग झूमने लगे। इसके बाद उन्होंने राम आएंगे, आएंगे राम आएंगे… भजन प्रस्तुत किया तो सारे लोग खड़े होकर नाचने लगे। इशिता ने श्रेया घोशाल का मेरे ढोलना सुन, मेरे प्यार की धुन….. को उन्हीं के अंदाज में प्रस्तुत किया। इसे लोगों ने खूब पसंद किया। इसके बाद जोगिया-जोगिया… छुप गए सारे नजारे ओए क्या बात हो गई…. मैं तेरे इश्क में मर ना जाउं कहीं जैसे नए-पुराने गीतों की प्रस्तुति दी। तू मेरा जानू है मैं तेरा दिलबर… प्रस्तुत कर इशिता ने खूब तालियां बटोरी। इशिता द्वारा प्रस्तुत लग जा गले… को भी लोगों ने खूब प्रस्तुत किया। इशिता ने अपनी माता तेजल विश्वकर्मा के साथ भी दो गीत मंच पर प्रस्तुत किए। मुंबई से आए अभिषेक दुबे का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम को सुनने एवं देखने के लिए बैतूल, मुलताई, छिंदवाड़ा समेत अन्य स्थानों के लोग पहुंचे थे। भीड़ बढ़ने के कारण नगर पालिका ने टेंट खुलवाकर बैठक व्यवस्था बनाई। नगर पालिका सारनी की सारी व्यवस्थाओं की इशिता ने मंच से खूब तारीफ की। बेहतरीन साउंड, रंगरंग लाइटिंग इफैक्ट्स और बेहतरीन बैंड ने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए। कार्यक्रम देर रात 12 बजे तक चला। कार्यक्रम में बैतूल के डॉक्टर्स, जनप्रतिनिधिगण, गणमान्य नागरिकों समेत अन्य लोग उपस्थित थे।