एशिया के सबसे बड़े थियेटर फेस्टीवल में बैतूल के कलाकारों ने “पंचम वेद” नाटक का किया मंचन
ब्यूरो रिपोर्ट
- बैतूल के कलाकारों ने “पंचम वेद” नाटक का किया मंचन
- कलाकारों ने जीवन शैली में नाट्यशास्त्र का बताया महत्व
- आदिम कल्चरल एंड वेलफेयर सोसायटी के कलाकारों ने दी भारत रंग महोत्सव में प्रस्तुति
बैतूल। राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय द्वारा आयोजित एशिया के सबसे बड़े थियेटर फेस्टीवल भारत रंग महोत्सव (भारंगम) में आदिम कल्चरल एंड वेलफेयर सोसायटी बैतूल के कलाकारों ने रविवार को बैतूल में “पंचम वेद” नाटक का शानदार मंचन किया। इस नाटक का निर्देशन राष्ट्रीय नाट्य विद्यालय एवं मध्य प्रदेश नाट्य विद्यालय से प्रशिक्षित राकेश वरवड़े ने किया। टीम में शामिल दुर्गाप्रसाद मोरले, रामकिशोर साहू, जय खातरकर, सचिन खातरकर, साहिल खान, राजकरण भलावी, गनराज उईके, महेंद्र नागले, राजकुमार साहू, केशव साहू ने नाट्यशास्त्र और नाट्यवेद के बनने के बारे में एक छोटी सी नाट्य प्रस्तुति दी और लोगों के बीच जाकर उन्हें बताया कि क्यों नाट्यशास्त्र हमारी जीवन शैली के लिए इतना महत्वपूर्ण है। नाट्य कलाकार राकेश वरवड़े ने बताया कि भारत रंग महोत्सव (भारंगम) का शुभारंभ 28 जनवरी 2025 को नई दिल्ली में हुआ था, जिसका समापन 16 फरवरी 2025 को होगा। यह महोत्सव अब विश्व स्तर का बन चुका है। इस वर्ष यह महोत्सव भारत के साथ-साथ नेपाल और श्रीलंका में भी आयोजित किया जा रहा है। यह महोत्सव “एक रंग-श्रेष्ठ रंग” के भावना से किया जा रहा है। इस नाट्य प्रस्तुति में कलाकारों ने मंच पर व मंच परे सहयोग किया है।