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महिला एवं बाल विकास परियोजना भैंसदेही में द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आयोजित

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धनराज साहू ब्यूरों रिपोर्ट

  • महिला एवं बाल विकास परियोजना भैंसदेही में द्वितीय चरण का प्रशिक्षण आयोजित।
  • परियोजना अधिकारी, प्राचार्य एवं पर्यवेक्षकों ने दी महत्वपूर्ण जानकारी।

भैंसदेही:- महिला एवं बाल विकास परियोजना भैंसदेही के तत्वाधान में सक्षम आंगनवाडी के पोषण 2.0 योजना के तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के द्वितीय चरण के प्रशिक्षण में प्रमुख उद्देश्य पोषण स्वास्थ्य के साथ बच्चो के शैक्षणिक विकास एवं पोषण प्रबंधन पर चर्चा कर आवश्यक जानकारी प्रदान की गई।
इस प्रशिक्षण के माध्यम से प्रतिभागियों को अनौपचारिक शिक्षा कीट , फोल्डर, गाइड बुक,पोस्टर, वीडियो और पी.पी. टी के माध्यम से सीडीपीओ मैडम श्रीमती उषा मसीह के साथ पर्यवेक्षक श्रीमती पार्वती वाडेकर,श्रीमती बबीता सावरकर व श्रीमती सुनीता कास्देकर मास्टर ट्रेनरों द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है । दूसरे दिन के प्रशिक्षण में अति कम वजन के कुपोषण, कुपोषण की पहचान, कुपोषण का निदान, कुपोषित बच्चे की ऊंचाई ,वजन नापने के बाद बच्चे को NRC में भर्ती कराने की समझाइश स्थानीय NRC FD madam के द्वारा प्रशिक्षण में आकर प्रतिभागियों को बताया गया पोषण तथा शिक्षा, माताओ को भोजन संबंधित समझाईस, बच्चे का टीकाकरण, उचित देखभाल और उम्र अनुसार भोजन की आवश्यकता पर चर्चा कर समझाइश दी।


वृद्धि निगरानी एवं वजन से संबंधी चार्ट के माध्यम से प्रतिभागियों की समस्याओं का निदान किया,प्रत्येक प्रशिक्षण में समूह की गतिविधियों पर प्रतिभागियों द्वारा चार्ट और पोस्टर बनाकर समक्ष प्रदर्शन किया जाता है।
पोषण भी पढ़ाई भी के परिप्रेक्ष्य में 0-3 वर्ष के आयु के बच्चों की आदतों,स्वभाव,उनकी कार्यक्षमता के अनुरूप व्यवहार रखना,पोषण की इस उम्र में बच्चों को बहुत ज्यादा जरूरत होती है क्योंकि उम्र अनुसार बच्चों के शारीरिक ,मानसिक विकास इसी उम्र के साथ हो जाता है।
संतुलित पोषण,पौष्टिक पोषण,उम्र अनुसार पोषण,स्तनपान और उचित देखभाल की इसी उम्र में बेहद जरूरत होती है।

शास. हायर सेकंडरी कन्या शाला भैंसदेही की प्राचार्या ललिता धोटे मैडम द्वारा बच्चों की बाल्यावस्था और शाला जाने की तैयारी के लिए बच्चों को मानसिक रूप से तैयार करना प्रारंभिक शिक्षा में खेल खेल के माध्यम से अंकों का अक्षर, फल – फूल नाम,पता,रिश्तों की,मौसम दिन रात, अंधेरे- उजाले स्रोतों, गर्म ठंडा के बारे में बताया गया। स्वास्थ्य विभाग से डॉ.सूरज जी के द्वारा स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं,बच्चों में होने वाली सामान्य बीमारियों से बचाव, बच्चों की उचित देखभाल के बारे में विस्तार पूर्वक जानकारी प्रदान की गई।