मध्यप्रदेश के 9 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
♦️मध्यप्रदेश के 9 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी
मध्यप्रदेश के 9 जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट, मौसम विभाग ने जारी की चेतावनी – भोपाल मौसम केंद्र के अनुसार, पिछले 24 घंटो के दौरान मध्यप्रदेश के इंदौर और सागर संभागों के कुछ स्थानों पर, चंबल संभाग के अनेक स्थानों पर तथा भोपाल, नर्मदापुरम, उज्जैन, ग्वालियर, रीवा, जबलपुर, शहडोल संभागों के अधिकांश जिलों में वर्षा दर्ज की गई, जबकि अन्य संभागों में मौसम मुख्यतः शुष्क रहा।
अधिकतम तापमान की बात करें तो उज्जैन संभाग में तापमान 2.5°C तक की वृद्धि देखी गई, जबकि अन्य संभागों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं हुआ। ग्वालियर व चंबल संभागों में अधिकतम तापमान सामान्य से 3.3°C तक कम रहे। वहीं, भोपाल और इंदौर संभागों में यह सामान्य से 1.7°C से 2.0°C तक कम रहा। न्यूनतम तापमानों में अधिकांश जिलों में कोई विशेष परिवर्तन नहीं देखा गया। भोपाल संभाग में न्यूनतम तापमान सामान्य से 2.0°C तक कम रहे, जबकि शहडोल संभाग में यह सामान्य से 3.1°C तक अधिक दर्ज किए गए।
राज्य में सबसे अधिक अधिकतम तापमान 34.2°C पृथ्वीपुर (निवाड़ी) में रिकॉर्ड किया गया, जबकि सबसे कम न्यूनतम तापमान 18.0°C खंडवा में दर्ज किया गया।
पिछले 24 घंटे में हुई प्रमुख वर्षा (मिमी में): राज्य के विभिन्न जिलों में भारी से अत्यधिक वर्षा दर्ज की गई। कुछ प्रमुख आंकड़े निम्नलिखित हैं:
सारंगपुर – 136.4 मिमी; मोमन बड़ोदिया – 112.0 मिमी; बिरसा – 108.0 मिमी; बड़ौदा – 107.0 मिमी; धनौरा – 90.0 मिमी; खिलचीपुर – 85.3 मिमी; डोलरिया – 84.3 मिमी; रहटगांव – 78.2 मिमी; मलाजखंड – 76.6 मिमी; गुलाना – 76.0 मिमी; शाहपुरा-जबलपुर – 75.3 मिमी, … और कई अन्य स्थानों पर 50 मिमी से अधिक वर्षा दर्ज की गई। यह आंकड़े प्रदेश में मानसून की सक्रियता और व्यापक वर्षा वितरण को दर्शाते हैं।
वर्तमान मौसमी प्रणाली (Synoptic Situation):
एक निम्न दबाव का क्षेत्र ऊपरी ओडिशा तट के पास बंगाल की खाड़ी के उत्तर-पश्चिमी भाग में सक्रिय है। इससे जुड़ा चक्रवाती परिसंचरण 7.6 किमी ऊंचाई तक सक्रिय है, जो दक्षिण-पश्चिम की ओर झुक रहा है। इसके अगले 24 घंटे में उत्तरी ओडिशा, झारखंड व उत्तरी छत्तीसगढ़ से होकर पश्चिम-उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ने की संभावना है।
मानसून ट्रफ रेखा (Monsoon Trough) वर्तमान में बीकानेर, जयपुर, दमोह, पेंड्रा रोड, संबलपुर, और बंगाल की खाड़ी तक विस्तृत है। यह रेखा कम दबाव के क्षेत्र को जोड़ती है। दक्षिण हरियाणा व निकटवर्ती क्षेत्रों में 1.5 किमी की ऊंचाई पर एक चक्रवाती परिसंचरण सक्रिय है। विदर्भ और आसपास के क्षेत्रों में 5.8 से 7.6 किमी ऊंचाई पर भी एक ऊपरी हवा का चक्रवात बना हुआ है। उत्तर पाकिस्तान व पंजाब के ऊपर 3.1 से 4.5 किमी ऊंचाई पर एक और परिसंचरण है, जो 28°N अक्षांश व 72°E देशांतर के आसपास 7.6 किमी तक फैला हुआ है।
आगामी 24 घंटे का मौसम पूर्वानुमान
(IMD के अनुसार): अत्यधिक भारी वर्षा, गरज-चमक व वज्रपात की संभावना: नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगोन, देवास, छिंदवाड़ा, पांढुर्ना जिलों में अत्यधिक भारी वर्षा का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
भारी वर्षा, गरज-चमक व वज्रपात की संभावना:
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सीहोर, राजगढ़, बड़वानी, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, शाजापुर, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, ग्वालियर, डबरा, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, नरसिंहपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, दमोह, सागर जिलों में भारी वर्षा का येलो अलर्ट जारी किया है।
गरज-चमक व वज्रपात की संभावना:
मंदसौर, नीमच, दतिया, भिंड, मुरैना, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, कटनी, पन्ना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर जिलों में वज्रपात और गरज-चमक की संभावना है।