बैतूल में 9.84 करोड़ की सबसे बड़ी साइबर लूट का खुलासा

ब्यूरो रिपोर्ट
बैतूल में 9.84 करोड़ की सबसे बड़ी साइबर लूट का खुलासा!
(अपराध क्रमांक 1064/25, थाना कोतवाली)
बैतूल पुलिस ने SP वीरेंद्र जैन और ASP कमला जोशी के निर्देशन में 9.84 करोड़ रुपये की संगठित साइबर ठगी का भंडाफोड़ किया। साइबर सेल और थाना कोतवाली की संयुक्त टीम ने यह बड़ी कार्रवाई की।

शिकायत से शुरुआत:
खेड़ी सावलीगढ़ निवासी बिसराम इवने को जन-धन खाते में लगभग 2 करोड़ रुपये के संदिग्ध ट्रांज़ैक्शन दिखे। जांच में सामने आया कि बिसराम इवने, नर्मदा इवने, मुकेश उइके, नितेश उइके, राजेश बर्डे, अमोल और चंदन—इन 7 खातों से लगभग 98,495,212 रुपये की अवैध हेराफेरी हुई थी। इनमें मृतक राजेश बर्डे का खाता भी सक्रिय रूप से उपयोग किया गया।

😱 मृत व्यक्ति के खाते का दुरुपयोग:
गिरोह ने मृतक राजेश बर्डे के खाते में मोबाइल नंबर बदलकर नया ATM कार्ड जारी कराया, इंटरनेट/मोबाइल बैंकिंग एक्टिव की, OTP प्राप्त कर लगातार ऊँचे ट्रांज़ैक्शन किए।
🏦 बैंक कर्मचारी की मिलीभगत:
जांच में पता चला कि बैंक में पासबुक एंट्री का काम करने वाला टेंपररी कर्मचारी राजा राजपूत गिरोह का मुख्य सहयोगी था। इसकी मदद से खातों में फर्जी मोबाइल नंबर लिंक कराए गए, ATM कार्ड, पासबुक, चेकबुक जारी कराए गए और ग्राहक दस्तावेजों से छेड़छाड़ की गई।
किट ट्रांसफर’ मॉड्यूल:
हर खाते की एक पूरी किट— SIM, ATM कार्ड, पासबुक, चेकबुक — तैयार की जाती थी और बस से इंदौर भेजी जाती थी, जहाँ बाहरी साइबर अपराधी बड़े ट्रांज़ैक्शन करते थे।
🚓 इंदौर में दो ठिकानों पर छापे — 3 गिरफ्तार:
जप्त सामग्री: 15 मोबाइल फोन (25 सिम सहित), 21 ATM कार्ड, ₹28,000 नकद, 11 पासबुक, 7 चेकबुक, 2 POS मशीन, 69 ATM जमा रसीदें, ₹48,000 की पर्ची, 2 लैपटॉप, Extreme Fiber राउटर, 4 रजिस्टर/डायरी।
गिरफ्तार आरोपी:
1️⃣ राजा उर्फ आयुष चौहान, निवासी खेड़ी सावलीगढ़
2️⃣ अंकित राजपूत, निवासी इंदौर
3️⃣ नरेंद्र सिंह राजपूत, निवासी इंदौर
👮 जांच में शामिल प्रोफेशनल टीम:
थाना कोतवाली TI नीरज पाल, SI अश्विनी चौधरी, SI नवीन सोनकर, राजेंद्र धाड़से, बलराम राजपूत, दीपेंद्र सिंह, पंकज नरवरिया, सचिन हनवते, तथा SIT टीमें— SI राकेश सरेयाम, SI रवि शाक्य, SI छत्रपाल धुर्वे, SI उत्तम नंदन मस्तकार, प्रआर तरुण, प्रआर शिव उइके, आरक्षक दीपक कटियार, आरक्षक विकास जैन, आरक्षक अनिरुद्ध यादव, आरक्षक विवेक टेटवार, म.आर. निर्मला ऊइके, आरक्षक उज्ज्वल।
SP वीरेंद्र जैन:
“टीम ने जटिल साइबर ठगी का तकनीकी दक्षता से खुलासा किया और जिले के बाहर की कार्रवाई में भी उत्कृष्ट कार्य किया।”