33 जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट -31 जुलाई तक वर्षा का दौर
- आज 33 जिलों में गरज चमक के साथ भारी बारिश का अलर्ट,
- मौसम विभाग की चेतावनी, प्रशासन अलर्ट,
- 31 जुलाई तक वर्षा का दौर,
वर्तमान में उत्तरी बंगाल की खाड़ी एवं उससे लगे गांगेय क्षेत्र में एक कम दबाव का क्षेत्र बन गया है। 31 जुलाई तक प्रदेश में वर्षा का दौर जारी रहने का अनुमान है। मानसून द्रोणिका श्रीगंगानगर, रोहतक, दिल्ली, आगरा, सीधी, डाल्टनगंज, आसनसोल से होते हुए बंगाल की खाड़ी में बने कम दबाव के क्षेत्र तक जा रही है। दक्षिणी गुजरात से लेकर उत्तरी केरल तक अपतटीय द्रोणिका बनी हुई है। महाराष्ट्र पर विपरीत हवाओं का सम्मिलन (शियर जोन) बना हुआ है। अलग-अलग स्थानों पर सक्रिय इन इन मौसम प्रणालियां के चलते प्रदेश के अधिकतर जिलों में रुक-रुककर वर्षा का सिलसिला बना हुआ है।
भारी बारिश/बाढ़ के चलते शासन प्रशासन अलर्ट
सीएम डॉ. यादव ने कहा कि 26 जुलाई तक 400 मि.मी. वर्षा हो चुकी, जो औसत से चार प्रतिशत अधिक है। अगले चार दिन में जहाँ पूरे प्रदेश में हल्की वर्षा का पूर्वानुमान है, वहीं 3 संभागों में अधिक वर्षा की संभावना है। भोपाल, नर्मदापुरम और जबलपुर संभाग के कुछ जिलों में भारी वर्षा तो सागर संभाग में पन्ना और छतरपुर, रीवा संभाग में सतना जिले में भारी वर्षा का अनुमान है।अतिवर्षा से प्रभावित सागर एवं कटनी जिले में राहत शिविर भी लगाये गये है। बरगी बांध जलाशय 53% तक भर चुका है।
इसका जल स्तर अभी 416 मीटर है, जो अगले दो दिन में दो मीटर बढ़ सकता है, ऐसी स्थिति में बरगी डेम के गेट खोले जाएंगे। डाउन स्ट्रीम के जिलों जैसे जबलपुर, नरसिंहपुर, नर्मदापुरम, हरदा, खंडवा और खरगोन में अलर्ट जारी किया गया है।भोपाल और ग्वालियर में अब तक सामान्य से ज्यादा बारिश तो इंदौर, जबलपुर और उज्जैन में सामान्य से कम बारिश रिकॉर्ड की गई है।प्रदेश के अधिकांश सिंचाई बांध 50 प्रतिशत के आसपास भर चुके हैं। इनमें गांधी सागर 56 प्रतिशत, इंदिरा सागर 23 प्रतिशत, ओंकोरश्वर 44 प्रतिशत और राजघाट 30 प्रतिशत भरे हुए हैं।