महिला एवं बाल विकास द्वारा आयोजित जेण्डर संवेदनशीलता एवं सुरक्षा अधिनियम पर हुई चर्चा
ब्यूरो रिपोर्ट
जेण्डर आधारित हिंसा की रोकथाम के लिए जिला स्तरीय जागरूकता अभियान का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में संयुक्त संचालक संचालनालय महिला बाल विकास श्री सुरेश तोमर द्वारा हिंसा के विरूद्ध चुप्पी तोडने का संदेश दिया एवं जेण्डर संवेदनशीलता पर विस्तृत चर्चा की गई।
विषय विशेषज्ञ, निदेशक आरंभ संस्था श्रीमती अर्चना सहाय द्वारा पॉक्सो अधिनियम 2012 के बारे में प्रतिभागियों को मार्गदर्शन दिया, लैंगिक हिंसा के विरूद्ध घर, विद्यालय एवं समाज में चर्चा होनी चाहिए ताकि होने वाले अपराधों को रोका जा सके। बाल विवाह निषेध कानून 2006 एवं घरेलू हिंसा अधिनियम 2005 पर श्रीमती अनीता राजपाली एडवोकेट द्वारा प्रतिभागियों के साथ सहज चर्चा कर इन्हें बाल विवाह रोकने के लिए कैसे प्रयास करना है, पर चर्चा की एवं घरेलू हिंसा सहन न करने पर बल दिया तथा उनकी शिकायत विभिन्न हेल्पलाइन नम्बर-1098 एवं 100 डायल पर फोन कर समस्या बता सकते है।
जिला कार्यक्रम अधिकारी श्री सुनील सोलंकी महिला एवं बाल विकास द्वारा 25 नवंबर से 10 दिसंबर 2024 तक “हम होंगे कामयाब” पखवाडा की विस्तृत जानकारी दी। श्रीमती अर्चना शर्मा, अनुविभागीय अधिकारी टी.टी. नगर द्वारा पुलिस, महिला एवं बाल विकास एवं स्थानीयजन के साथ समन्वय स्थापित करते हुए जेण्डर आधारित हिंसा को कैसे रोकने का प्रयास करेंगें पर प्रकाश डाला। कार्यक्रम का संचालन श्री अखिलेश चन्द्र चतुर्वेदी परियोजना अधिकारी बाणगंगा द्वारा की गई। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में संभागीय संयुक्त संचालक श्रीमती नकीजहॉं कुरैशी, पर्यवेक्षक, वार्ड पार्षद, शौर्य दल के सदस्य, लाड़ली कल्ब की बालिकाएँ बाल संरक्षण समिति के सदस्य तथा आंगनवाडी कार्यकर्ताएं उपस्थित थे।