पत्नी को जलने के मामले में परिजनों का दावा युवक बेकसूर, एसपी और आई जी से की शिकायत -दिखाए सबूत
ब्यूरो रिपोर्ट
विगत चार दिन पूर्व पाथाखेड़ा में घटित पति द्वारा पत्नी को केरोसिन डाल कर जलाने के मामले में आरोपित युवक के परिजनो ने बैतूल पुलिस अधीक्षक एवं नर्मदापुरम संभाग आईजी से अपने बेटे के बेगुनाह होने और झूटी शिकायत कर उसे फ़साने का आरोप लगते हुए मुलाक़ात की है। युवक के पिता शंकर बिहारे ने बताया की घटना के समय युवक भोपाल में था जिसके उनके पास पुख्ता प्रमाण है। जो न्यायालय में दिखाएँगे।
सबूतों में साफ़ युवक को रात्रि 10 बजे भोपाल की सड़क पर लगे सीसीटीवी फुटेज में देखा जा सकता है। अब सवाल उठता है की एक ही व्यक्ति एक साथ दो स्थानों पर कैसे मौजूद हो सकता है। जबकि घटना स्थल पर या आसपास किसी ने भी युवक को नहीं देखा।
परिजनों का कहना है कि युवती पायल दांगी अपने परिजनों के दबाव में पति चंद्रदेव बिहारे का नाम ले रही है जबकि बताये जा रहे घटना के समय युवक मौके पर था ही नहीं। बल्कि जैसे ही पुलिस ने उनसे संपर्क किया लड़का स्वयं अपनी बहनो को लेकर रात्रि 12 बजे के दरम्यान भोपाल थाना अशोका गार्डन में पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था । जहाँ से सारणी पुलिस ने उसे रात्रि अपने साथ ले कर आई। पुलिस ने युवती के बयान के आधार पर युवक को गिरफ्तार किया है। फ़िलहाल युवक को जेल भेज दिया गया है
किन्तु मनगढंत कहानी बना पति को आरोपी बना उसे फरार बताया गया। जबकि युवक को तो घटना के बारे में कोई जानकारी ही नहीं थी। जब सारणी पुलिस उसके सारणी स्थित घर लगभग 11 30 बजे पहुंची तब उसके पिता ने फोन लगा कर युवक की बात एसडीओपी सारणी से कराई। जिसके बाद एसडीओपी सारनी ने युवक को अशोका गार्डन थाने जाने के लिए कहा । जहाँ वह अपनी बहनो के साथ पंहुचा। और वही से फिर सारणी पुलिस उसे अपने साथ ले कर आई।
युवती जाना चाहती थी युवक के साथ पर बुआ फुआ ने रोका
बता दे की युवती पायल दांगी और चंद्रदेव बिहारे ने एक वर्ष पूर्व ही प्रेम विवाह किया था। जिसके बाद युवक के माता पिता ने उभे स्वीकार कर सामाजिक रिवाज से उनकी शादी कर दी। लेकिन युवती के परिज इसके लिए सहमत नहीं थे। कुछ समय तक सब ठीक चला और वे भोपाल शिफ्ट हो गए। जहाँ युवक की बहने भी उनके साथ रहने लगी। जिसके बाद विगत 3 माह पूर्व से युवती सामान लेकर पाथाखेड़ा शिवाजी नगर स्थित उसकी बुआ के घर आ गई।
इस बीच युवक उसे तलाशता सारणी आया लेकिन परिजनों के दबाव में युवती युवक के साथ जाना नहीं चाहती थी और उंसने थाना सारणी में भी शिकायत की थी। किन्तु पारिवारिक मामला होने की वजह से सुलह समझौता करवा दिया गया था। युवती जाना चाहती थी किन्तु बुआ का दबाव था। जिसके प्रमाण भी परिजनों ने दिए है। जो न्यायालय में प्रस्तुत किये जाएंगे।
बुआ और फूफा की साजिश
युवक के परिजनों ने युवती की बुआ वर्षा और फूफा नरेंद्र जगदेव पर ही घटना को कारित कर युवक को झूठा फ़साने के आरोप लगाया है। जिसकी लिखित शिकायत उनके द्वारा पुलिस अधीक्षक बैतूल एवं नर्मदापुरम संभाग आईजी इरशाद वली से की है।